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गाजियाबाद के सड़कों पर नहीं दिखेगा कूड़ा, ट्रांसफर स्टेशन और MRF सेंटर हुए शुरू, समाप्त होंगे डलाव घर

Municipal Corporation Ghaziabad: गाजियाबाद की सड़कों के किनारे अब कचरा नहीं दिखेगा. स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर का स्थान और बेहतर करने के लिए शहर में एमआरएफ सेंटर बनाए गए हैं. जिससे शहर में कूड़े की समस्या का समाधान होगा.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 15, 2024, 12:45 PM IST

Updated : Jan 15, 2024, 1:34 PM IST

मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर का लोकार्पण

नई दिल्ली/गाजियाबाद: शहर से निकलने वाले कचरे का अब नगर निगम द्वारा बेहतर तरीके से निस्तारण किया जाएगा. इसी क्रम गोविंदपुरम में 200 टीपीडी के कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन और नंदग्राम में 200 टीपीडी के मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर का रविवार को लोकार्पण किया गया. भारतीय प्रदूषण नियंत्रण संघ आईपीसीए, एसबीआई काड्र्स एंड पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड और नगर निगम द्वारा यह सेंटर स्थापित किया गया है. आईपीसीए ने नई सुधार के रूप में यह स्थापित किया है.

मधुबन-बापूधाम योजना में जीडीए की जमीन पर 200 टीपीडी के कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन होगा. नगर निगम के कविनगर जोन अंतर्गत आने वाले इस स्टेशन से जोन क्षेत्र में जगह-जगह कूड़ा डला होने की समस्या खत्म होगी. नगर आयुक्त विक्रमादित्य मालिक के मुताबिक कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन ट्रिपल पी मोडल पर जेएस एनवाईरो कंपनी द्वारा स्थापित किया गया है. जिसके लिए जीडीए द्वारा 2000 वर्गमीटर भूमि उपलब्ध कराई गई है. और इस स्टेशन का निर्माण, संचालन जेएस एनवाईरो द्वारा ही किया जाएगा. इसमें 3 ट्रांसफर मशीन और 5 कैप्सूल लगाए गए है. इसमें नगर निगम द्वारा कोई पैसा नही लगाई गया है.

निगम द्वारा रेत मंडी नंदग्राम में 200 टी पी डी की छमता के एम आर एफ सेंटर स्थापित किया गया है. जिसके लिए भूमि नगर निगम ने दी है. सेंटर का निर्माण इंडियन पॉल्यूशन कन्ट्रोल एसोसिएशन एनजीओ द्वारा एसबीआई सीएसआर के माध्यम से स्थापित किया गया है. जिसका प्रोजेक्ट 3 वर्ष के लिए होगा और बाकी सभी संचालन और अनुरक्षण कंपनी द्वारा किया जाएगा. यह कंपनी चार ओडब्लूसी मशीन लगाएगी. जिससे गीले कूड़े से कंपोस्ट बनाया जाएगा और सूखे कूड़े के लिए कनवीनर बेल्ट लगाकर ट्रेल्स के माध्यम से सेग्रिगेट की व्यवस्था की जायेगी साथ ही वेस्ट प्लास्टिक से गमले, बैंच, सर्विंग प्लेट्स, बच्चों की पढ़ाई के लिए दफ़्ती, पेंसिल बॉक्स और अन्य सामग्री बनाई जाएंगी.

महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि ट्रांसफर स्टेशन के बनाये जाने से कविनगर में पड़ रहे जगह जगह कूड़े किसी स्थान पर न डालकर सीधा स्टेशन पर जाएगा. धर्म कांटे पर भार तोल होगा उसके उपरांत वहां से कैप्सूल में खाली होकर प्रॉसेस के लिए जाएगा. इसी प्रकार एमआरएफ सेंटर से भी कूड़े से कंपोस्ट सेग्रिगेट कर कूड़े का निस्तारण किया जाएगा.

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश ने बताया दोनों प्रोजेक्ट के संचालन के बाद शहर में कुड़े की समस्या बहुत हद तक कम हो जाएगी. स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर का स्थान और बेहतर करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा.

मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर का लोकार्पण

नई दिल्ली/गाजियाबाद: शहर से निकलने वाले कचरे का अब नगर निगम द्वारा बेहतर तरीके से निस्तारण किया जाएगा. इसी क्रम गोविंदपुरम में 200 टीपीडी के कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन और नंदग्राम में 200 टीपीडी के मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर का रविवार को लोकार्पण किया गया. भारतीय प्रदूषण नियंत्रण संघ आईपीसीए, एसबीआई काड्र्स एंड पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड और नगर निगम द्वारा यह सेंटर स्थापित किया गया है. आईपीसीए ने नई सुधार के रूप में यह स्थापित किया है.

मधुबन-बापूधाम योजना में जीडीए की जमीन पर 200 टीपीडी के कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन होगा. नगर निगम के कविनगर जोन अंतर्गत आने वाले इस स्टेशन से जोन क्षेत्र में जगह-जगह कूड़ा डला होने की समस्या खत्म होगी. नगर आयुक्त विक्रमादित्य मालिक के मुताबिक कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन ट्रिपल पी मोडल पर जेएस एनवाईरो कंपनी द्वारा स्थापित किया गया है. जिसके लिए जीडीए द्वारा 2000 वर्गमीटर भूमि उपलब्ध कराई गई है. और इस स्टेशन का निर्माण, संचालन जेएस एनवाईरो द्वारा ही किया जाएगा. इसमें 3 ट्रांसफर मशीन और 5 कैप्सूल लगाए गए है. इसमें नगर निगम द्वारा कोई पैसा नही लगाई गया है.

निगम द्वारा रेत मंडी नंदग्राम में 200 टी पी डी की छमता के एम आर एफ सेंटर स्थापित किया गया है. जिसके लिए भूमि नगर निगम ने दी है. सेंटर का निर्माण इंडियन पॉल्यूशन कन्ट्रोल एसोसिएशन एनजीओ द्वारा एसबीआई सीएसआर के माध्यम से स्थापित किया गया है. जिसका प्रोजेक्ट 3 वर्ष के लिए होगा और बाकी सभी संचालन और अनुरक्षण कंपनी द्वारा किया जाएगा. यह कंपनी चार ओडब्लूसी मशीन लगाएगी. जिससे गीले कूड़े से कंपोस्ट बनाया जाएगा और सूखे कूड़े के लिए कनवीनर बेल्ट लगाकर ट्रेल्स के माध्यम से सेग्रिगेट की व्यवस्था की जायेगी साथ ही वेस्ट प्लास्टिक से गमले, बैंच, सर्विंग प्लेट्स, बच्चों की पढ़ाई के लिए दफ़्ती, पेंसिल बॉक्स और अन्य सामग्री बनाई जाएंगी.

महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि ट्रांसफर स्टेशन के बनाये जाने से कविनगर में पड़ रहे जगह जगह कूड़े किसी स्थान पर न डालकर सीधा स्टेशन पर जाएगा. धर्म कांटे पर भार तोल होगा उसके उपरांत वहां से कैप्सूल में खाली होकर प्रॉसेस के लिए जाएगा. इसी प्रकार एमआरएफ सेंटर से भी कूड़े से कंपोस्ट सेग्रिगेट कर कूड़े का निस्तारण किया जाएगा.

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश ने बताया दोनों प्रोजेक्ट के संचालन के बाद शहर में कुड़े की समस्या बहुत हद तक कम हो जाएगी. स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर का स्थान और बेहतर करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा.

Last Updated : Jan 15, 2024, 1:34 PM IST
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