नई दिल्ली : पूर्वी दिल्ली के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल के कार्यकाल में भाजपा आलाकमान ने न्यू अशोक नगर के भाजपा पार्षद रजनी पांडेय को भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर पार्टी से निलंबित कर दिया है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर रजनी पांडे पर लगे आरोपों को लेकर श्याम सुंदर अग्रवाल चुप क्यों थे.
हैरान करने वाली बात यह है कि सदन में भी श्याम सुंदर अग्रवाल भाजपा पार्षदों का बचाव कर अधिकारियों को ही भ्रष्टाचार में लिप्त बताते रहे हैं, जबकि सदन में नेता विपक्ष मनोज त्यागी की तरफ से रजनी पांडेय पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को उठाया गया था. इसके अलावा शाहदरा साउथ जोन की बैठक में भी आप पार्षद और मनोनीत पार्षद ने भी रजनी पांडेय के भ्रष्टाचार को बैठक में उठाया था, लेकिन इसके बावजूद सत्ता पक्ष की तरफ से विपक्ष के आरोपों को झूठा बताया जाता रहा.
रजनी पांडेय को पार्टी से निकाले जाने पर मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल का कहना है कि उन्हें मेयर बने 3 महीने हुए हैं, लेकिन रजनी पांडेय के खिलाफ 2 सालों से आरोप लग रहे थे. पार्टी ने इंटरनल जांच किया, सुधार का भी मौका दिया, लेकिन कोई सुधार नहीं होने पर पार्टी ने 6 साल के लिए रजनी पांडे को निलंबित कर दिया है. श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.