नई दिल्ली/गाजियाबाद: कवि कुमार विश्वास के काफिले के सुरक्षाकर्मियों द्वारा डॉक्टर से मारपीट मामले को लेकर चिकित्सकों के संगठन में काफी रोष है. बुधवार को हुई घटना के बाद आईएमए वेस्ट गाजियाबाद के वसुंधरा स्थित भवन में आईएमए ने मीटिंग की. इसमें विभिन्न क्षेत्रों के आईएमए के अध्यक्ष एवं सचिव शामिल हुए. मीटिंग के बाद आईएमए वेस्ट ने मीडिया के सामने अपनी मांगों को रखा.
आईएमए वेस्ट की मीटिंग में गाजियाबाद, नोएडा, मोदीनगर और नोएडा एक्सटेंशन के सचिव और अध्यक्ष शामिल हुए. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि पूरा चिकित्सा वर्ग कुमार विश्वास के सुरक्षा कर्मियों की डॉ. पल्लव बाजपेयी के साथ की गई मारपीट की कड़े शब्दों में निंदा करता है. पूरी घटना वीआईपी कल्चर और जेड सेक्योरिटी की अहंकार में चूर टीम के धमंडित व्यवहार का उदाहरण है. किसी व्यक्ति को इसलिए मारा जाए कि वह समय रहते कॉन्वाय को निकलने की जगह नहीं दे पाया. यह कार्य निकृष्ट, अशोभनीय और अमानवीय है.
ये भी पढ़ें: ओवरटेक करने के विवाद में कुमार विश्वास के सुरक्षाकर्मियों ने डॉक्टर को पीटा, कवि ने भी लगाया ये आरोप
सार्वजनिक मांफी मांगे विश्वास: अध्यक्षों ने कहा कि डॉक्टर को कुमार विश्वास की जानकारी में उनके सुरक्षाकर्मियों ने मार-मार कर अधमरा कर दिया तथा उन्होंने न सिर्फ गाड़ी से बाहर आना आवश्यक समझा बल्कि न ही किसी प्रकार के हस्तक्षेप का प्रयास किया. वे मारपीट कर डॉक्टर को अधमरा कर सड़क पर छोड़कर काफिले के साथ निकल गए.
आईएमए वेस्ट ने सवाल करते हुए कहा कि क्या कुमार को यह सुरक्षा भीड़ को हटाने और रौंदने के लिए दी गई है? बताया जाए कि उनके ऊपर किस प्रकार का सिक्योरिटी थ्रेट है, जो वो बाहर नहीं आ सकते थे. आईएमए ने कहा कि हमारी मांग है कि कुमार विश्वास घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए बिना शर्त सार्वजनिक रूप से माफी मांगे. जिन सुरक्षाकर्मियों ने डॉक्टर को मारा है उनके विरुद्ध समुचित दंडात्मक कार्यवाही की जाए. इंजरीज को देखते हुए आईपीसी की उपयुक्त धाराओं में मुकदमा दर्ज हो.
ये भी पढ़ें: गाजियाबाद में कुमार विश्वास के काफिले पर हुआ था हमला, पुलिस की जांच में आई अलग कहानी