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Crime In Ghaziabad :10 साल से पुलिस को चकमा देने वाला आरोपी गिरफ्तार, अवैध संबंध के शक में महिला की थी हत्या - प्रेम संबंध में खटास आने के बाद हत्या

प्रेम संबंध में खटास आने के बाद हत्या करके फरार आरोपी को गाजियाबाद पुलिस ने 10 साल बाद गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी इतना शातिर था कि पुलिस से बचने के लिए न तो उसने आधार कार्ड बनवाया और न ही किसी बैंक में कभी खाता खुलवाया. पुलिस ने इस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.

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हत्या करने वाला 10 साल बाद गिरफ्तार
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Published : Apr 6, 2023, 9:16 AM IST

Updated : Apr 6, 2023, 10:48 AM IST

हत्या करने वाला 10 साल बाद गिरफ्तार

नई दिल्ली/गाजियाबाद : गाजियाबाद पुलिस ने हत्या के एक मामले में फरार चल रहे आरोपी को 10 साल के बाद कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी दस साल तक जिस तरह से पुलिस से बचता रहा, यह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. आरोपी ने दस साल तक न तो अपना आधार कार्ड बनवाया और न ही सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया, लेकिन आरोपी एक गलती कर बैठा, जिसकी वजह से पकड़ा गया. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसका अपने मकान मालिक की पत्नी से अवैध संबंध था, लेकिन बाद में उसी महिला के किसी अन्य व्यक्ति से संबंध होने के शक में महिला की हत्या कर दी थी.

पुलिस के मुताबिक आरोपी 10 साल से फरार चल रहा था. आरोपी पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था. क्राइम ब्रांच की टीम लगातार उसकी तलाश कर रही थी, जिसमें पुलिस को सफलता हाथ लगी है. नवंबर 2013 में यह मामला कविनगर थाना में दर्ज हुआ था. बाराबंकी के रहने वाले सूरज ने मुकदमा दर्ज करवाया था, जिसमें बताया गया था कि सूरज की पत्नी सरिता की हत्या कर दी गई है और लाश किराये के मकान में एक गड्ढे में मिली थी. इस मामले में फरार आरोपी रविंद्र की तलाश की जा रही थी.

आरोपी रविंद्र ने पूछताछ में बताया कि उसका मृतक महिला के साथ अवैध संबंध था, लेकिन मृतिका पर भी आरोपी को शक हो गया था कि उसके संबंध किसी अन्य व्यक्ति से भी हैं. इसलिए उसकी हत्या कर दी थी. उसने बताया कि वह अनपढ़ है और टाइल पत्थर लगाने का काम करता है. साल 2013 से पहले वह गाजियाबाद आया था और यहां पर वह एक मकान में किराए पर रहने लगा. इस दौरान उसकी दोस्ती सूरज नाम के व्यक्ति की पत्नी से हो गई थी. उसने सूरज की पत्नी की नौकरी भी लगवा दी थी, जिसके बाद विश्वास और बढ़ गया था. देखते ही देखते महिला से उसकी दोस्ती अवैध संबंधों में बदल गई.

ये भी पढ़ें : Maoists Leaders: भारत ने शीर्ष 5 माओवादी नेताओं के नामों की घोषणा की

अवैध संबंध के शक में महिला की हत्या करके लाश को गड्ढे में फेंकने के बाद आरोपी फरार हो गया. उसने पंजाब में छोटी मोटी नौकरी की. इसके बाद वह झारखंड के देवघर चला गया. यहां पर ई- रिक्शा चलाने लगा. अपनी पहचान छुपाने के लिए उसने न तो आधार कार्ड बनवाया न ही बैंक खाता खुलवाया. यही नहीं अपना नाम बदलकर रवि रख लिया था. उसने कभी सोशल मीडिया पर भी कभी अकाउंट नहीं बनाया. हाल ही में आरोपी गाजियाबाद आया और मैनुअल सर्विलांस की मदद से उसे पकड़ लिया गया. आगे की जांच की जा रही है.

हत्या करने वाला 10 साल बाद गिरफ्तार

नई दिल्ली/गाजियाबाद : गाजियाबाद पुलिस ने हत्या के एक मामले में फरार चल रहे आरोपी को 10 साल के बाद कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी दस साल तक जिस तरह से पुलिस से बचता रहा, यह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. आरोपी ने दस साल तक न तो अपना आधार कार्ड बनवाया और न ही सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया, लेकिन आरोपी एक गलती कर बैठा, जिसकी वजह से पकड़ा गया. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसका अपने मकान मालिक की पत्नी से अवैध संबंध था, लेकिन बाद में उसी महिला के किसी अन्य व्यक्ति से संबंध होने के शक में महिला की हत्या कर दी थी.

पुलिस के मुताबिक आरोपी 10 साल से फरार चल रहा था. आरोपी पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था. क्राइम ब्रांच की टीम लगातार उसकी तलाश कर रही थी, जिसमें पुलिस को सफलता हाथ लगी है. नवंबर 2013 में यह मामला कविनगर थाना में दर्ज हुआ था. बाराबंकी के रहने वाले सूरज ने मुकदमा दर्ज करवाया था, जिसमें बताया गया था कि सूरज की पत्नी सरिता की हत्या कर दी गई है और लाश किराये के मकान में एक गड्ढे में मिली थी. इस मामले में फरार आरोपी रविंद्र की तलाश की जा रही थी.

आरोपी रविंद्र ने पूछताछ में बताया कि उसका मृतक महिला के साथ अवैध संबंध था, लेकिन मृतिका पर भी आरोपी को शक हो गया था कि उसके संबंध किसी अन्य व्यक्ति से भी हैं. इसलिए उसकी हत्या कर दी थी. उसने बताया कि वह अनपढ़ है और टाइल पत्थर लगाने का काम करता है. साल 2013 से पहले वह गाजियाबाद आया था और यहां पर वह एक मकान में किराए पर रहने लगा. इस दौरान उसकी दोस्ती सूरज नाम के व्यक्ति की पत्नी से हो गई थी. उसने सूरज की पत्नी की नौकरी भी लगवा दी थी, जिसके बाद विश्वास और बढ़ गया था. देखते ही देखते महिला से उसकी दोस्ती अवैध संबंधों में बदल गई.

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अवैध संबंध के शक में महिला की हत्या करके लाश को गड्ढे में फेंकने के बाद आरोपी फरार हो गया. उसने पंजाब में छोटी मोटी नौकरी की. इसके बाद वह झारखंड के देवघर चला गया. यहां पर ई- रिक्शा चलाने लगा. अपनी पहचान छुपाने के लिए उसने न तो आधार कार्ड बनवाया न ही बैंक खाता खुलवाया. यही नहीं अपना नाम बदलकर रवि रख लिया था. उसने कभी सोशल मीडिया पर भी कभी अकाउंट नहीं बनाया. हाल ही में आरोपी गाजियाबाद आया और मैनुअल सर्विलांस की मदद से उसे पकड़ लिया गया. आगे की जांच की जा रही है.

Last Updated : Apr 6, 2023, 10:48 AM IST
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