ETV Bharat / state

नहीं दिखा हड़ताल का असर, सरकारी दफ्तरों में चलता रहा कामकाज, जानिए क्यों हुआ बेअसर?

नई दिल्ली/गाजियाबाद: पुरानी पेंशन बहाली को लेकर राज्य कर्मचारियों की हड़ताल गाज़ियाबाद में बेअसर रही. कर्मचारी हड़ताल पर नहीं गए, वहीं कुछ लोगों का कहना था कि कर्मचारियों को एस्मा का डर था, तो कुछ लोग इसे कर्मचारियों में आपसी तालमेल की कमी बता रहे थे.

सरकारी दफ्तरों में चलता रहा कामकाज
author img

By

Published : Feb 6, 2019, 7:13 PM IST

6 फरवरी को उत्तर प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर हड़ताल होनी थी. राज्य के कई कर्मचारी हड़ताल पर जाने वाले थे. हड़ताल में शिक्षक और प्रशासनिक विभाग के अलावा आरटीओ विभाग के कर्मचारियों के शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया, विभागों में काम बदस्तूर चलता रहा.

नहीं दिखा हड़ताल का असर
undefined

'हम क्यों हड़ताल का हिस्सा बनें'

गाजियाबाद में परिवहन विभाग यूनियन अध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने कहा कि हम क्यों हड़ताल का हिस्सा बनें? पहले बाकी विभाग और बाकी जिलों में हड़ताल का सही असर कर दिखे उसके बाद हम हड़ताल में शामिल होंगे. इसी तरह दूसरे डिपार्टमेंट के लोगों ने भी हड़ताल नहीं किया और काम बदस्तूर जारी रहा.

आरटीओ विभाग में भी रोज़ाना की तरह काम जारी थे

रविंद्र शर्मा, अध्यक्ष,कर्मचारी यूनियन
undefined

आरटीओ विभाग में भी रोज़ाना की तरह काम जारी थे. आरके सिंह प्रवर्तन आरटीओ ने बताया की काम बिल्कुल सही गति से चल रहा है. कोई भी कर्मचारी हड़ताल पर नहीं है. हड़ताल पर नहीं जाने वाले सवाल पर उन्होंने दलील दी कि यह एक महत्वपूर्ण और जनता से जुड़ा हुआ विभाग है. इसलिए हड़ताल पर नहीं गए हैं.

आरके सिंह, प्रवर्तन आरटीओ
undefined

6 फरवरी को उत्तर प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर हड़ताल होनी थी. राज्य के कई कर्मचारी हड़ताल पर जाने वाले थे. हड़ताल में शिक्षक और प्रशासनिक विभाग के अलावा आरटीओ विभाग के कर्मचारियों के शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया, विभागों में काम बदस्तूर चलता रहा.

नहीं दिखा हड़ताल का असर
undefined

'हम क्यों हड़ताल का हिस्सा बनें'

गाजियाबाद में परिवहन विभाग यूनियन अध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने कहा कि हम क्यों हड़ताल का हिस्सा बनें? पहले बाकी विभाग और बाकी जिलों में हड़ताल का सही असर कर दिखे उसके बाद हम हड़ताल में शामिल होंगे. इसी तरह दूसरे डिपार्टमेंट के लोगों ने भी हड़ताल नहीं किया और काम बदस्तूर जारी रहा.

आरटीओ विभाग में भी रोज़ाना की तरह काम जारी थे

रविंद्र शर्मा, अध्यक्ष,कर्मचारी यूनियन
undefined

आरटीओ विभाग में भी रोज़ाना की तरह काम जारी थे. आरके सिंह प्रवर्तन आरटीओ ने बताया की काम बिल्कुल सही गति से चल रहा है. कोई भी कर्मचारी हड़ताल पर नहीं है. हड़ताल पर नहीं जाने वाले सवाल पर उन्होंने दलील दी कि यह एक महत्वपूर्ण और जनता से जुड़ा हुआ विभाग है. इसलिए हड़ताल पर नहीं गए हैं.

आरके सिंह, प्रवर्तन आरटीओ
undefined
Intro:गाजियाबाद । पुरानी पेंशन बहाली को लेकर होने वाली राज्य कर्मचारियों की हड़ताल गाज़ियाबाद में फुस्स होकर रह गई है। कर्मचारी हड़ताल पर नहीं गए । कहा जा रहा था कि एस्मा का डर था। लेकिन इसके अलावा भी एक और वजह थी। और वह वजह यह थी कि कर्मचारियों में आपसी तालमेल की कमी पाई गई।




Body:आज 6 फरवरी है। और आज उत्तर प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर हड़ताल होनी थी। राज्य के कई कर्मचारी हड़ताल पर जाने थे। जिसमें शिक्षक और प्रशासनिक विभाग के अलावा आरटीओ विभाग के शामिल होने के आसार थे। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। विभागों में काम बदस्तूर चलता रहा। और कर्मचारी हड़ताल पर नहीं गए। हालांकि बात करने पर वह किसी भी तरह की जानकारी देने में असमर्थ दिखाई दिए।अंत में कुछ बयान भी आए। इसमें से गाजियाबाद में परिवहन विभाग की यूनियन के अध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने कहा कि हम क्यों हड़ताल का हिस्सा बने। पहले बाकी विभाग और बाकी जिलों में हड़ताल का सही असर कर के दिखाया जाए। तब हम भी शामिल होंगे। इसी तरह दूसरे डिपार्टमेंट में भी काम जारी रहा।

बाइट रविन्द्र शर्मा अध्यक्ष परिवहन कर्मचारी यूनियन

हमने आरटीओ विभाग में भी देखा। वहां पर काम तो बदस्तूर चल रहा था।एआरटीओ विश्वजीत सिंह से बात की तो उनका कहना है कि सभी कर्मचारी अपने काम पर हैं। उन्होंने इस पर यह दलील दी कि यह एक महत्वपूर्ण विभाग है। और जनता से जुड़ा हुआ है। इसलिए हड़ताल पर नहीं गए हैं। वही आरटीओ प्रवर्तन आरके सिंह ने कहा कि काम बिल्कुल सही गति से चल रहा है। कोई भी कर्मचारी हड़ताल पर नहीं है।

बाइट आरके सिंह प्रवर्तन आरटीओ




Conclusion:कुल मिलाकर राज्य कर्मचारियों की हड़ताल कुछ असर नहीं कर पाई। क्योंकि आपसी तालमेल नहीं होने की वजह से हड़ताल असरदार साबित नहीं हो पाई।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.