नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में घर किराए पर लेने के बहाने सीआईएसएफ अधिकारी बनकर जालसाजों ने एक महिला के साथ चार लाख 86 हजार 997 रुपये की ठगी की. उससे यह रकम आठ बार में खाते में रकम ट्रांसफर करवाई गई. पैसे ट्रांसफर होने के बाद जालसाजों ने मोबाइल बंद कर लिया. इसके बाद पीड़ित महिला द्वारा थाना सेक्टर 24 में अज्ञात ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया.
शिकायत के आधार पर पुलिस ने दीपक पंवार नामक जालसाज के खिलाफ आईटी अक्ट की धारा में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. शिकायत में हिमगिरि अपार्टमेंट की रहने वाली तनुजा ने बताया कि दीपक पंवार ने उसके पास कॉल की और उसका घर किराये पर लेने को कहा. विज्ञापन देखने के बाद उसने वहीं से नंबर लेकर संपर्क किया था. कॉल करने वाले ने खुद को सीआईएसएफ का अधिकारी बताकर दो साल के लिए घर किराए पर लेने की बात कही.
इतना ही नहीं, उसने सबूत के तौर पर पहचान पत्र और आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज भी भेजे. सौदा तय होने के बाद जालसाज ने महिला से कहा कि वह अपना परिवार लेकर नोएडा आ रहा है और रास्ते में उसे कुछ पैसों की आवश्यकता पड़ गई है. उसने बताया कि सेना के खाते से वह अभी रकम नहीं निकाल पा रहा है. उसने महिला से 80 हजार रुपये ट्रांसफर करने को कहा और शाम पांच बजे के बाद किराए के साथ उधार की रकम भी वापस करने की बात कही.
महिला ने उसकी बातों पर विश्वास कर बताए गए खाते में रकम ट्रांसफर कर दी. इसके बाद जालसाज ने एक रुपये ट्रांसफर करते हुए कहा कि महिला द्वारा भेजी गई रकम अभी तक नहीं पहुंची है. महिला को लगा कि हो सकता है रकम न पहुंची हो, ऐसे में उसने दोबारा पैसे भेज दिए. तीसरी बार जालसाज ने एक दूसरा अकाउंट नंबर भेजा और उस पर रकम ट्रांसफर करने की बात कही. महिला को ट्रांजेक्शन फेल का फर्जी मैसेज भेजकर उसने आठ बार में करीब चार लाख 90 हजार रुपये की रकम ट्रांसफर करवा ली.
मामले में थाना सेक्टर 24 के प्रभारी निरीक्षक अमित तोमर ने बताया कि मोबाइल पर पैसे कटने का मैसेज आने पर महिला को ठगी की जानकारी हुई. इसके बाद जब महिला ने संबंधित व्यक्ति के मोबाइल पर कॉल की तो वह बंद मिला. पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोपी को पकड़ने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और साइबर सेल की मदद ली जा रही है.
वहीं एक अन्य मामले में मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी क्यूनेट के नाम पर एक युवती ने अपनी सहेली समेत कई लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर ली. राजस्थान के जयपुर की रिद्धि मोदी के साथ युवती और उसके दो अन्य साथियों ने चार लाख रुपये की धोखाधड़ी और ठगी की, जिसके बाद उसने सेक्टर-20 थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
पीड़िता ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-75 में रहने वाली आकृति जैन, करीब एक दशक पहले उसके साथ पिलानी के बिरला बालिका विद्यापीठ में पढ़ती थी. आकृति ने अपने साथी रवि और रुचि के साथ मिलकर क्यूनेट कंपनी के नाम पर उसके साथ धोखाधड़ी की. यह भी आरोप है कि वह स्कूल और कॉलेज की अन्य युवतियों को भी क्यूनेट स्कैम में फंसा चुकी है और तीनों आरोपियों ने कई शहर में स्कैम को फैलाया है. आरोपियों ने बिजनेस के नाम पर झूठ बोलकर रकम निवेश कराई तथा उसके साथ विश्वासघात किया.
रिद्धि ने आगे बताया कि आरोपी अब उसके पैसे वापस नहीं दे रहे हैं. कुछ समय पहले आर्थिक अपराध शाखा ने कार्रवाई करते हुए इसी प्रकार के मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आकृति जैन रुचि और रवि के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पीड़िता ने बताया कि आरोपी आकृति ने स्कूल छोड़ने के करीब दस साल बाद उसका हालचाल लेने के लिए फोन किया. इसी दौरान उसने बताया कि वह एक नामी कंपनी की डिस्ट्रीब्यूटर है और बतौर कमीशन लाखों रुपया महीना कमा रही है. साथ ही कार से लेकर ब्रांडेड कपड़े तक के सारे शौक वह आसानी से पूरा कर रही है और परिजनों को भी वह लाखों रुपये दे रही है. इससे रिद्धि झांसे में आ गई और आकृति के कहने पर उसके खाते में चार लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए.
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आरोपी ने इसपर कमीशन मिलने की बात कही, लेकिन जब कई दिन बीत जाने के बाद भी मुनाफा और कमीशन नहीं मिला तो रिद्धि ने आकृति और उसके साथियों को फोन किया. पैसे ट्रांसफर होने के बाद आरोपी और उसके साथियों ने फोन उठाना बंद कर दिया. रिद्वि वर्तमान में नोएडा स्थित एक एनिमल सेंटर में काम करती है.
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