नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हलाल सर्टिफिकेशन वाले फूड प्रोडक्ट्स को प्रतिबंधित किए जाने के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की तरफ से गाजियाबाद में छापेमारी की जा रही है. छोटे स्टोर से लेकर शॉपिंग मॉल तक खाद्य विभाग की टीम में छापेमारी कर रही है. खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा हलाल सर्टिफिकेशन वाले खाद्य पदार्थ जैसे कोल्ड ड्रिंक, मीट, पैकेट, ड्राई फ्रूट समेत अन्य उत्पादों की जांच की जा रही है.
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असिस्टेंट फूड कमिश्नर विनीत कुमार के मुताबिक खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा पांच टीमों का गठन किया गया है, जो विभिन्न क्षेत्रों में खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर रही हैं. दो दिन के भीतर खाद्य विभाग की टीमों द्वारा 25 प्रतिष्ठानों की जांच की गई है. इस दौरान कुल पांच प्रतिष्ठानों से हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स मिले हैं. हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स को जब्त कर सैंपल जांच को भेजे गए हैं.
ऐसे सभी प्रतिष्ठानों के मालिकों के खिलाफ फूड सेफ्टी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है. सूप, मसाले और ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स में हलाल सर्टिफिकेशन मिला है. विनीत कुमार के मुताबिक छोटी दुकानों से लेकर मल्टीनेशनल कंपनियों के स्टोर्स तक खाद्य विभाग की टीमें पहुंचकर छापेमारी कर रही हैं. होलसेल डिस्ट्रीब्यूटर्स के स्टॉक की भी जांच की जा रही है.
शॉपिंग मॉल समेत जिन दुकानों या खाद्य प्रतिष्ठानों पर इस तरह के प्रोडक्ट की बिक्री होने की संभावना है, वहां पर भी टीमें पहुंच कर जांच कर रही हैं. दरअसल, हलाल सर्टिफिकेशन से जुड़े उत्पादों में फूड कॉस्मेटिक और फार्मास्यूटिकल क्षेत्र आते हैं. और यह एक तरह से यह गारंटी देता है कि इस प्रोडक्ट को इस्लामी कानून के नियमों के अंतर्गत बनाया गया है.
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