नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. यमुना में पानी का जलस्तर बढ़ने से राजधानी के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. इसी कड़ी में अब गांधीनगर इलाके से बड़ी खबर सामने आई है. यहां लोहे के पुल के पास बने गौशाला में 400 से ज्यादा गाय बाढ़ के पानी में फंस गया है. गुरुवार शाम एनडीआरएफ की टीम ने राहत बचाव कार्य शुरू करते हुए 100 गायों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है. लेकिन 300 गाय अभी भी गौशाला में फंसी हुई है.
पूर्व पार्षद रोमेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि गुरुवार को यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का पानी गांधीनगर इलाके में पुराना लोहे के पुल के पास एक गौशाला घुसने से लगभग 400 गाय पानी में फंस गई. इस मामले की जानकारी एनडीआरएफ की टीम को दी गई. एनडीआरएफ की टीम ने राहत बचाव कार्य शुरू किया और दो मोटर वोट की मदद से गुरुवार देर शाम तक लगभग 100 गाय और बछड़े को पानी से निकाल कर सुरक्षित जगह पहुंचाया.
रमेश गुप्ता ने बताया कि फिलहाल अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया है. गौशाला तक जाने के लिए रास्ते में लाइट का कोई इंतजाम नहीं है. लोगों ने कहा कि एनडीआरएफ के आईजी नरेंद्र बुंदेला ने आश्वासन दिया कि रौशनी का इंतेजाम कर रात में ही गौशाले में फंसी बाकी 300 गायों को सुरक्षित स्थान पर निकाल कर ले जाया जाएगा.
लालकिले तक पहुंचा बाढ़ का पानी: बता दें, यमुना में आई उफान के बाद दिल्ली के रिहायशी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. जानकारी के अनुसार दिल्ली के कई पॉश इलाकों जैसे लालकिला, काश्मीरी गेट, आईटीओ, नोएडा लिंक रोड, अक्षरधाम जैसे इलाकों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है.
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