नई दिल्ली: ईद की नमाज के लिए जिन ईदगाहों को दुल्हन की तरह सजाया और संवारा जाता था. लेकिन इस बार भी कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण इनमें नमाज नहीं हो पाएगी. इसीलिए यह ईदगाहें अब वीरान पड़ी हुई हैं.
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण बीते साल ईद के त्यौहार पर ईद की नमाज ईदगाह में नहीं हो पाई थी और इस बार भी कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार ईद की नमाज ईदगाह में नहीं होगी. ऐसे में जिन ईदगाहों को ईद से एक महीने पहले ही सजाना और संवारना शुरू कर दिया जाता था. वह अब वीरान पड़ी हुई हैं.
ईटीवी भारत को मुरादनगर निवासी याकूब मलिक ने बताया कि इस साल भी ईदगाह में ईद की नमाज नहीं होगी. इसका उनको बहुत अधिक दुख है. क्योंकि एक साल में ईद का त्यौहार आता है. ऐसे में जब ईदगाह में ईद की नमाज होती है. तो एक अलग ही मंजर दिखाई देता है. जहां पर सभी लोग आपस में गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं.
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इस बार फिर वीरान रह गई ईदगाह
याकूब मलिक ने बताया कि रमजान के शुरू होते ही मुरादनगर की ईदगाह में रंगाई, पुताई और घास काटने का काम शुरू हो जाता था. जिसके लिए मजदूर लगाए जाते थे. क्योंकि इस ईदगाह में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों लोग नमाज पढ़ने के लिए आते थे. लेकिन इस बार भी कोरोना महामारी के कारण नमाज नहीं होगी.
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ईद की नमाज के लिए आसपास के क्षेत्रों से आते थे लोग
स्थानीय निवासी अबरार सैफी ने बताया कि इस बार वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के चलते ईदगाह का काफी बुरा हाल है. क्योंकि रमजान के दिनों में यहां पर काफी चहल-पहल होती थी. आसपास के क्षेत्रों से लोग यहां नमाज पढ़ने के लिए आते थे. लेकिन इस बार भी नमाज ना होने का उनको दुख है.