नई दिल्ली: जन्माष्टमी को लेकर राजधानी के सभी मंदिरों में तैयारियां की गई हैं, लेकिन राधा कृष्ण के मंदिर में सजावट और कार्यक्रमों को लेकर अधिक चहल-पहल देखने को मिल रही है. इसी क्रम में पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर स्थित सनातन धर्म राधा-कृष्ण मंदिर में भी तीन दिन से जन्माष्टमी की तैयारी चल रही है.
इस दौरान मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है. कई तरह की लाल, पीली और हरी लाइटों को लगाकर मंदिर पर रोशनी की व्यवस्था की गई है, जिससे रात के समय मंदिर का नजारा देखते ही बनता है. शाम छ्ह बजे से मंदिर में जन्माष्टमी के कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे.
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मंदिर के पुजारी पंडित बृजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि शाम छह बजे से मंदिर में जन्माष्टमी के मुख्य कार्यक्रम शुरू होंगे. 6:30 बजे आरती होगी. उसके बाद प्रसाद वितरण होगा. उसके बाद भजन कीर्तन का कार्यक्रम रात्रि 12 बजे तक लगातार चलेगा. 12 बजे भगवान कृष्ण का जन्म होगा और उसके बाद कार्यक्रम का समापन होगा.
गुरुवार सुबह से ही यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. सुबह की पूजा पाठ और सभी तैयारी के बाद 1 बजे मंदिर को बंद कर दिया गया है. शाम 6 बजे मंदिर फिर से खुलेगा. श्रद्धालुओं को कतारबद्ध करके सजाई गई झांकियों के दर्शन कराए जाएंगे. झांकियों में भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं को भी दर्शाया जाएगा. सुरक्षा व्यवस्था के लिए यहां पर पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों की व्यवस्था की गई है.
मंदिर कमेटी के प्रधान शिव प्रसाद (सिप्पी) ने बताया कि जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. इसलिए उन्हें से बारी-बारी से लाइन से दर्शन कराए जाते हैं. किसी भी तरह की व्यवस्था भीड़ के चलते ना बिगड़े इसके लिए पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवान यहां पर तैनात रहते हैं.
मंदिर कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रूपेंद्र प्रकाश शर्मा ने बताया कि सनातन धर्म राधा कृष्ण मंदिर प्राचीन मंदिर है, जिसकी यहां काफी मान्यता है. मंदिर में जन्माष्टमी की तैयारी कराने में विनयपाल सिंह तंवर (बिन्नू ठाकुर), आरएस चौहान, योगी गुप्ता सहित तमाम समाज सेवियों का सहयोग रहा है. ये सभी लोग व्यवस्था को बनाए रखने में भी सहयोग करते हैं.
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