नई दिल्ली: पूर्वी जिले की न्यू अशोक नगर थाना पुलिस ने हाई प्रोफाइल सोसाइटीज में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश को मसूरी के एक होटल से गिरफ्तार किया है. आरोपी चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद घूमने के लिए मसूरी गया था. पुलिस ने उसके पास से कैश और ज्वेलरी बरामद की है और उसकी कार को भी जब्त कर लिया है जो उसने चोरी के पैसे से खरीदी थी.
डीसीपी अमृथा गुगुलोथ ने बताया कि आरोपी की पहचान सिद्धार्थ मेहरोत्रा के तौर पर हुई है और वह नोएडा का रहने वाला है. 14 मई को न्यू अशोक नगर थाना क्षेत्र की एक सोसाइटी में गहने और नगदी की चोरी के बारे में पुलिस को सूचना मिली थी. शिकायतकर्ता अश्विन द्विवेदी ने बताया था कि वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ घर से बाहर गए हुए थे और शाम को उनकी नौकरानी अनूपा और भावना भी संडे मार्केट गई थीं. जब वे रात करीब 8:30 बजे वापस आए तो उन्होंने देखा कि अलमारी खुली हुई थी और सारा सामान बिखरा पड़ा है.
इस दौरान उन्हें अलमीरा में रखी चार सोने की चूड़ियां, दो जोड़ी सोने के टॉप, सोने और हीरे की पांच अंगूठियां, कान की अंगूठियां और 12 लाख रुपये नकद गायब मिले. मामले में शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई और अशोक नगर थाने के एसएचओ की देखरेख में एएसआई कुलदीप, हेड कांस्टेबल नितिन, प्रवीण, बॉबी, कॉन्स्टेबल सचिन और सीटी सुभाष की एक टीम का गठन किया गया.
टीम ने सोसायटी और आसपास लगे कई सीसीटीवी कैमरों का विश्लेषण किया और देखा कि एक व्यक्ति शाम करीब साढ़े सात बजे सोसाइट के अंदर दाखिल हुआ जो रात करीब साढ़े आठ बजे वापस चला गया. इस दौरान उसने हाथ में एक बैग भी था. संदिग्ध की तस्वीरें पुलिस व्हाट्सऐप ग्रुप पर साझा की गई, जिसमें उसकी पहचान सिद्धार्थ के रूप में हुई. टीम ने आरोपी द्वारा इस्तेमाल की जा रही कार का भी पता लगाया. सीसीटीवी विश्लेषण और तकनीकी निगरानी की मदद से टीम ने मसूरी, देहरादून में उसके स्थान का पता लगाया और एक होटल से उसे गिरफ्तार कर लिया.
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होटल के कमरे की तलाशी के दौरान उसके कब्जे से सोने और हीरे के आभूषणों का सामान और एक लाख रुपये नकद बरामद किए गए. पूछताछ में उसने बताया कि उसने एनीमेशन में डिप्लोमा किया हुआ है और उसके पिता एक सेवानिवृत्त बैंक प्रबंधक हैं जो इंदिरापुरम, गाजियाबाद (यूपी) में रहते हैं. उसके पास कोई नौकरी नहीं थी लेकिन वह हाई प्रोफाइल जीवन जीना चाहता था, इसलिए उसने सोसाइटियों में चोरी करना शुरू कर दिया. चोरी करने से पहले वह इलाके की रेकी करता था और सोसायटियों की ऊपरी मंजिलों को निशाना बनाता था. ऐसा इसलिए है क्योंकि शीर्ष मंजिल पर कम आवाजाही होती है, जिससे वह अपराध करने के बाद आसानी से बच जाता था. उसकी निशानदेही पर बाकी की चोरी की रकम भी नोएडा में उसके घर से बरामद की गई है और उससे पूछताछ में न्यू अशोक नगर इलाके में चोरी के 7 मामलों का खुलासा हुआ है.
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