नई दिल्ली: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Environment Minister Gopal Rai) ने आरोप लगाया है कि उपराज्यपाल ने रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान (Red Light On Gaadi Off Campaign) की फाइल छुट्टी का बहाना देकर रोकी है. आरोप है कि उपराज्यपाल ने फाइल पर साइन न होने के 3 बहाने बनाए हैं. गोपाल राय ने मांग की है कि एलजी फाइल रोकने के लिए बहाने बनाने की जगह जल्द से जल्द साइन करे.
गोपाल राय ने कहा कि उपराज्यपाल ने फाइल पर साइन न होने के तीन बहाने बताए हैं. उन्होंने कहा कि पहला बहाना यह बताया कि 21 अक्टूबर को जब मुख्यमंत्री कार्यालय से फाइल उनके कार्यालय में आई तो उसके बाद पूरे सप्ताह छुट्टी थी. मैं आपसे कहना चाहता है कि कोई मुख्यमंत्री, मंत्री, राज्यपाल एक हफ्ते छुट्टी पर नहीं रहता है. मैं खुद दीपावली के दूसरे दिन 25 तारीख को दिल्ली सचिवालय के बाहर 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन (Mobile Anti Smog Gun) को पूरे दिल्ली में छिड़काव करने के लिए भेजा, तब सारे अधिकारी मौजूद थे.
उन्होंने कहा कि मैंने 26 अक्टूबर को एंटी डस्ट अभियान की समीक्षा बैठक की. उसमें भी सारे अधिकारी मौजूद थे. जब 27 अक्टूबर को उपराज्यपाल कार्यालय से कोई जवाब नहीं आया तो हमने यह निर्णय लिया कि अभियान को स्थगित कर दिया जाए. यह केवल बहानेबाजी है कि 7 दिन छुट्टी की वजह से फाइल पर साइन नहीं हुआ. यह इस बात को दर्शाता है कि उपराज्यपाल को दिल्ली में सर्दियों में होने वाले प्रदूषण का कोई अहसास ही नहीं है.
गोपाल राय ने कहा कि दूसरा बहाना उन्होंने यह दिया कि इस प्रकार की फाइलों में दिमाग लगाना पड़ता है. इस पर साइन करने के लिए समय चाहिए होता है. मेरा कहना यह है कि यदि उन्हें नहीं समझ में आ रहा है कि यह अभियान क्या है तो मुझे बुला लेते. मैं उन्हें समझा देता है कि यह अभियान क्या है और पिछले दो सालों से किस प्रकार चल रहा है.
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तीसरा बहाना उन्होंने यह बनाया है कि उस फाइल में 31 अक्टूबर की तारीख लिखी हुई थी. इसलिए अभी साइन नहीं हुआ है. मैं आपको बताना चाहता हूं कि जब सीएम अरविंद केजरीवाल ने फाइल भेजी थी तो उसमें 31 अक्टूबर की लिखी हुई थी. इस अभियान के पहले काफी तैयारी करनी पड़ती है. दिवाली के बाद यह आशंका थी कि प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा. इसलिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जल्दी करो. इसलिए हमने 22 अक्टूबर को सारे मीडिया के माध्यम से यह बातें कहीं कि हम 28 अक्टूबर से इस अभियान की शुरुआत करेंगे. हमने विभाग को नोट भेजा कि वे 28 तारीख से इस अभियान को प्रारम्भ करने की तैयारी करें. एलजी ने कल मेरे द्वारा की गई प्रेस वार्ता तो देख-पढ़ लिया. लेकिन जो 22 अक्टूबर को मीडिया को बताया कि प्रदूषण का स्तर बढ़ने के कारण इस अभियान को 31 के बजाए 28 अक्टूबर से ही शुरू करेंगे, वे खबर उन्होंने नहीं पढ़ी.
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राय ने कहा कि मैं एक और दिलचस्प बात बताना चाहता हूं. एलजी 26 अक्टूबर को मुख्यमंत्री की आलोचना करते हैं. छठ की तैयारियों को लेकर उनको बुरा भला बोलते हैं. तब उनका ऑफिस खुला था. अभी तक फाइल पर साइन नहीं किए हैं और आज 28 तरीख हो गई है. कब हम ट्रेनिंग कराएंगे, कब उनसे मॉकड्रिल कराएंगे और कब सारी तैयारियां करेंगे. इसलिए मेरा निवेदन है कि मीडिया में बयानबाजी बंद कीजिए. अगर आपको मीडिया में बयानबाजी करनी है तो भाजपा के प्रवक्ता बन जाइए. क्योकि अभी तक जितने एलजी हुए हैं, उन सबसे ज्यादा बयान अकेले आपने जारी किए हैं.