नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग ने प्रीत विहार इलाके में एक स्पा में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में दिल्ली पुलिस को समन जारी (DCW issues notice to Delhi Police) किया है. बीते 4 सितंबर को मृतक महिला ने बतौर थेरेपिस्ट स्पा में नौकरी शुरू की थी लेकिन कथित तौर पर, नौकरी के पहले ही दिन स्पा में कुछ पीने के बाद उसे उल्टी होने लगी. इसके बाद जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो वहां उसे जांच के बाद मृत घोषित कर दिया गया. इस स्पा को करीब 9 माह पूर्व दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने पर सील किया जा चुका था जिसे बाद में फिर से खोल दिया गया था.
मामले में कार्रवाई की मांग करते हुए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त को समन जारी किया है. आयोग ने प्राथमिकी दर्ज करने, विसरा नमूना फोरेंसिक को नहीं भेजने के कारणों, लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारी (अधिकारियों) का विवरण, प्राथमिकी दर्ज करने में विफल रहने और समय पर नमूना न भेजने के लिए उनके खिलाफ की गई कार्रवाई का विवरण मांगा है. इसके अतिरिक्त, आयोग ने मामले में स्पा के खिलाफ की गई कार्रवाई का भी विवरण मांगा है.
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दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि, एक महिला की ड्यूटी के पहले ही दिन एक स्पा में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. लेकिन 2 महीने बीत जाने के बावजूद दिल्ली पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने में विफल रही है. साथ ही पुलिस ने विसरा का नमूना फोरेंसिक भेजने में काफी देरी की है. यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है क्योंकि इस स्पा को पहले भी बंद कर दिया गया था. महिला मौत के कारणों की जांच के लिए मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं करना एक बेहद संवेदनशील मामले में पुलिस के आचरण पर कई चिंताएं पैदा करता है. उन्होंने कहा कि, मैंने दिल्ली पुलिस को समन जारी किया है और मामले की गहनता से जांच किए जाने के साथ और उसकी मौत के कारणों का पता लगाया जाना चाहिए. अगर कोई गड़बड़ी हुई है तो मामले में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
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दरअसल मामले में बीते 6 सितंबर को प्रीत विहार थाना प्रभारी से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी गई थी जिन्होंने बताया था कि इस मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद आयोग ने अरुणा आसफ अली अस्पताल को एक नोटिस जारी किया था, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने बताया कि मृतक महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पहले ही दिल्ली पुलिस को सौंपी जा चुकी है. साथ ही यह भी बताया गया कि महिला की मौत का कारण जानने के लिए फोरेंसिक से राय लेने के लिए विसरा नमूना भी संरक्षित किया गया.
इसके बाद आयोग ने दिल्ली पुलिस को एक और नोटिस जारी कर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी. हालांकि पुलिस की ओर से फिर से एक जवाब मिला कि इस मामले में तब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई थी. यह भी पता चला कि मृतक महिला का विसरा नमूना भी फोरेंसिक को नहीं भेजा गया था.
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