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दिल्ली का बजट व्यापारियों के लिए निराशाजनक, उनके हित के लिए कोई घोषणा नहींः खंडेलवाल - कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दिल्ली सरकार के बजट को व्यापारियों के लिए निराशाजनक बताया है. कैट के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि बजट में दिल्ली के पांच बाजारों के नवीनीकरण और ट्रेड फेयर लगाने पर कोई घोषणा नहीं हुई. इसके अतिरिक्त व्यापारियों के विकास के लिए किसी योजना की घोषणा नहीं की गई.

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Published : Mar 23, 2023, 5:56 PM IST

नई दिल्लीः दिल्ली के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत द्वारा प्रस्तुत बजट को कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने व्यापारियों के लिए निराशाजनक बताया है. कैट का कहना है कि यह व्यापारिक समुदाय के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नकारात्मक रवैये को दर्शाता है. दिल्ली के बजट पर कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए हुए कहा कि गत वर्ष दिल्ली की पांच बाजारों के नवीनीकरण तथा दिल्ली में एक ट्रेड फेयर लगाने का बड़ा वादा किया गया था, जिस पर कोई काम नहीं हुआ और इस वर्ष के बजट में उनके बारे में कुछ नहीं कहा गया. यह व्यापार के प्रति उदासीन रवैये को दर्शाता है.

खंडेलवाल ने कहा कि यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे समय में जब दिल्ली का व्यापार बड़े वित्तीय दबाव में है, दिल्ली सरकार ने बजट में दिल्ली के व्यापारी के विकास के लिए कोई योजना घोषित नहीं की है. यह भी आश्चर्यजनक है कि बजट में दिल्ली में व्यापार और वाणिज्य को सुव्यवस्थित करने के लिए भी किसी नीतिगत उपाय की घोषणा नहीं की गई है. डिजिटल व्यापार को देखते हुए दिल्ली में साइबर हब स्थापित करने की कोई योजना नहीं बनाई गई है, जबकि दिल्ली का राजस्व पड़ोसी शहरों गुड़गांव और नोएडा में स्थानांतरित हो रहा है.

ये भी पढे़ंः Air India Urine Case: दिल्ली हाईकोर्ट ने DGCA को दो सप्ताह में अपीलीय समिति बनाने का दिया निर्देश

खंडेलवाल ने आगे कहा कि दिल्ली देश में व्यापार का सबसे बड़ा वितरण केंद्र है और दिल्ली का राजस्व व्यापार पर काफी हद तक निर्भर है. ऐसी उम्मीद थी कि केजरीवाल सरकार व्यापार के लिए कुछ करेगी, लेकिन दुर्भाग्य से दिल्ली सरकार ने इस ओर बजट में कोई ध्यान ही नहीं दिया है. इसलिए दिल्ली सरकार के बजट की जितनी भी निंदा की जाए कम है.

ये भी पढ़ेंः Rahul Gandhi defamation Case : मानहानि मामले में राहुल को दो साल की सजा, जमानत पर रिहा

नई दिल्लीः दिल्ली के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत द्वारा प्रस्तुत बजट को कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने व्यापारियों के लिए निराशाजनक बताया है. कैट का कहना है कि यह व्यापारिक समुदाय के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नकारात्मक रवैये को दर्शाता है. दिल्ली के बजट पर कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए हुए कहा कि गत वर्ष दिल्ली की पांच बाजारों के नवीनीकरण तथा दिल्ली में एक ट्रेड फेयर लगाने का बड़ा वादा किया गया था, जिस पर कोई काम नहीं हुआ और इस वर्ष के बजट में उनके बारे में कुछ नहीं कहा गया. यह व्यापार के प्रति उदासीन रवैये को दर्शाता है.

खंडेलवाल ने कहा कि यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे समय में जब दिल्ली का व्यापार बड़े वित्तीय दबाव में है, दिल्ली सरकार ने बजट में दिल्ली के व्यापारी के विकास के लिए कोई योजना घोषित नहीं की है. यह भी आश्चर्यजनक है कि बजट में दिल्ली में व्यापार और वाणिज्य को सुव्यवस्थित करने के लिए भी किसी नीतिगत उपाय की घोषणा नहीं की गई है. डिजिटल व्यापार को देखते हुए दिल्ली में साइबर हब स्थापित करने की कोई योजना नहीं बनाई गई है, जबकि दिल्ली का राजस्व पड़ोसी शहरों गुड़गांव और नोएडा में स्थानांतरित हो रहा है.

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खंडेलवाल ने आगे कहा कि दिल्ली देश में व्यापार का सबसे बड़ा वितरण केंद्र है और दिल्ली का राजस्व व्यापार पर काफी हद तक निर्भर है. ऐसी उम्मीद थी कि केजरीवाल सरकार व्यापार के लिए कुछ करेगी, लेकिन दुर्भाग्य से दिल्ली सरकार ने इस ओर बजट में कोई ध्यान ही नहीं दिया है. इसलिए दिल्ली सरकार के बजट की जितनी भी निंदा की जाए कम है.

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