नई दिल्लीः गाजियाबाद में गेमिंग एप्लीकेशन के माध्यम से नाबालिग के धर्मांतरण मामले में लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं. पकड़े गए आरोपी अब्दुल रहमान और कुछ पीड़ितों के बीच की चैट वायरल हुई है, जिसमें कई और खुलासे हुए हैं. इसमें एक नई बात भी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक डिस्कॉर्ड चैटिंग ऐप पर पीड़ितों को अकाउंट बनाने के लिए भी कहा जाता था. इसके बाद पीड़ितों पर उनके दोस्तों को भी धर्म बदलने के लिए मजबूर करने का दबाव बनाया जाता था.
इस पूरे मामले में पुलिस ने संजय नगर सेक्टर 23 के एक विशेष समुदाय के धार्मिक स्थल पर कार्यरत अब्दुल रहमान नाम के व्यक्ति को गिरफ्तारी किया था. उसके साथ ही मुंबई से काम कर रहे बद्दो उर्फ शाहनवाज का नाम भी सामने आया था. बद्दो अभी भी फरार है. इस बीच अब्दुल और कुछ पीड़ितों के बीच के चैट वायरल हुए हैं, जिससे पता चलता है कि किस तरह से पीड़ितों को धर्मांतरण के लिए उकसाया जाता था. उन्हें लगातार भड़काऊ वीडियो भेजे जाते थे और उसे देखने के लिए कहा जाता था.
इसके अलावा अगर कोई बच्चा विशेष समुदाय के धार्मिक कार्यों को करने में असहज महसूस करता था तो उससे कहा जाता था कि यह एक गुनाह है और ऐसा गुनाह करने पर उसका हिसाब किताब होगा. यही नहीं चैट में आरोपी की बात मान लेने और आपत्तिजनक वीडियो देखने के बाद कहा जा रहा है कि जन्नत मिलेगी. ये चैट अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का बताया जा रहा है. मुख्य रूप से बताया गया है कि आरोपी डिस्कॉर्ड ऐप का इस्तेमाल करता है.
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जांच में सामने आया है कि आरोपी द्वारा पीड़ित पर दबाव बनाया गया था कि वह अपने दोस्तों से भी धर्मांतरण करवाएं. पीड़ित बच्चे की एक फीमेल फ्रेंड भी है. जब आरोपी अब्दुल को उसके बारे में पता चला तो उसने पीड़ित से कहा था कि वह अपनी फीमेल फ्रेंड को भी विशेष धर्म में शामिल कर ले. ऐसा नहीं करने पर बच्चे को विशेष धार्मिक बातों का हवाला देकर डराया गया. इस मामले का मुख्य आरोपी बद्दो अभी भी फरार है जो महाराष्ट्र में छुपा हुआ बताया जा रहा है.
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