नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: लुक्सर जेल में फैले भ्रष्टाचार को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने एडीएम को सीएम के नाम ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने बताया कि जेल परिसर के अंदर पुलिसकर्मियों द्वारा अवैध उगाई की जाती है. इसके साथ ही जेल परिसर से परिजनों को डरा धमकाकर पैसे की भी मांग की जा रही है. उन्होंने एक ऑडियो भी एडीएम को सुनाई जिसमें परिजनों से अवैध उगाई की बात की जा रही है. इस पूरे मामले पर भारतीय किसान यूनियन सम्पूर्ण भारत ने कार्रवाई की मांग की है और कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के द्वारा जीरो टॉलरेंस नीति की बात की जाती है, जिससे भ्रष्टाचार को खत्म किया जा सके. लेकिन अभी भी ऐसे कई महकमे हैं, जहां पर भ्रष्टाचार के मामले सामने आते रहते हैं. ताजा मामला गौतम बुद्ध नगर की लुक्सर जेल का है, जहां पर भारतीय किसान यूनियन सम्पूर्ण भारत के द्वारा अवैध उगाई का आरोप लगाया गया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि जेल में कैदियों से मिलने और सामान ले जाने के नाम पर पुलिस कर्मियों के द्वारा अवैध उगाई की जा रही है. इसी भ्रष्टाचार को लेकर उन्होंने डिप्टी कलेक्टर विवेकानंद मिश्रा को ज्ञापन दिया और इस पर कार्रवाई की मांग की है.
भारतीय किसान यूनियन संपूर्ण भारत के प्रदेश अध्यक्ष पवन तेवतिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर विवेकानंद मिश्रा को दिया है. ज्ञापन में उन्होंने बताया कि गौतम बुद्ध नगर की जिला जेल लुक्सर में भ्रष्टाचार चरम पर है, जहां पर कैदियों से मिलने और सामान ले जाने के नाम पर पुलिसकर्मी खुलकर अवैध उगाही कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि जेल के अंदर बंद कैदियों के परिजनों को डरा धमकाकर अवैध वसूली के लिए दबाव बनाया जाता है. जेल के अंदर से परिजनों पर दबाव बनाकर उगाई की एक ऑडियो भी उन्होंने डिप्टी कलेक्टर को सुनाई है. उन्होंने कहा कि जेल में खुले आम हो रहे इस भ्रष्टाचार पर जल्द ही लगाम लगाई जाए, अन्यथा भारतीय किसान यूनियन संपूर्ण भारत जिला अधिकारी कार्यालय पर आंदोलन करेगी.
पवन तेवतिया ने बताया कि जेल के अंदर मिलाई के लिए जाने वाले परिजनों से पर्ची के नाम पर 200 से 500 रुपए की अवैध वसूली की जाती है. इसके साथ ही जो सामान भी साथ में लेकर जाते हैं, उसके लिए भी पुलिसकर्मी 200 रुपये से 500 रुपये अलग से लेते हैं. जेल के अंदर कैदी से मिलने के दौरान परिजनों से ओर समय बढ़ाने के नाम पर हजारों रुपए की अवैध वसूली की जाती है. पवन तेवतिया ने आरोप लगाते हुए बताया कि जेल के अंदर मुलाइजा कटवाने के नाम पर लाखों रुपए की डिमांड की जाती है. पचास हजार रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक की डिमांड जेल प्रशासन के द्वारा की जाती है और बंदी के परिजनों को डराया धमकाया जाता है कि अगर आपने मुलाइजा के रुपये नहीं दिए तो आपके बंदी को मार कर गंदे नाले में फेंक दिया जाएगा. लुक्सर जेल में फैले इस भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम से ज्ञापन देकर शिकायत की है. शिकायत पर विवेकानंद मिश्रा ने किसानों को कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
लुक्सर जेल के सुपरीटेंडेंट अरुण प्रताप सिंह ने बताया कि उन्हें मीडिया के द्वारा ही इस प्रकार की शिकायत का मामला संज्ञान में आया है. अभी उनकी जिला प्रशासन से इस बारे में कोई बात नहीं हुई है. वहीं जेल के अंदर बंदी से मुलाइजा कटवाने के नाम पर लाखों रुपए की वसूली के जवाब में उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आरोप भ्रामकता फैलाने वाले हैं. जेल में जब भी कोई बंदी आता है तो पहले उसको पहले संघ रोधन बैरिक में रखा जाता है, उसके बाद उसकी जांच करने के बाद उसे अन्य बेरिक में भेजा जाता है. उन्होंने कहा कि फिर भी किसानों के द्वारा की गई शिकायत की वह जांच कराएंगे और जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः
Crime In Delhi: व्हाट्सएप पर लिंक भेजकर ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा: 22वीं मंजिल से गिरकर अमेरिकी नागरिक की मौत, लगातार हो रही ऐसी घटनाएं