नई दिल्ली: असम के रहने वाले एक युवक ने देश के कई मंत्रालयों को एक साथ निशाना बनाकर चार करोड़ रुपये उड़ा लिए. चोरी के बाद पुलिस ने युवक को गिरफ्तार किया लेकिन जमानत मिलने पर बाहर आते ही उसने श्रम एवं रोजगार मंत्रालय को निशाना बनाया.
मंत्रालय की तरफ से एक शिकायत साइबर सेल को मिली थी. इसमें बताया गया कि उन्हें एक मेल मिला है. इसे भेजने वाले ने खुद को ललित डागर बताया है. उसका दावा है कि वह श्रम मंत्रालय के चेन्नई स्थित दफ्तर में पे एवं अकाउंट ऑफिसर है.
उसने अपनी यूजर आईडी बनाने के लिए कहा है. उसने इस बाबत ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर भी साथ में दिया है. इस मेल में उसने दो अटैचमेंट भी भेजे हैं जिनमें से एक उसका फर्जी नियुक्ति पत्र है.
जांच में पता चला मेल भेजने वाला है अपराधी
अकाउंट ऑफिस ने जब इसकी जांच की तो पता चला कि इस नाम का कोई अधिकारी पोस्ट नहीं हुआ है. साइबर सेल ने इस बाबत आईटी एक्ट का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की.
एसीपी आदित्य गौतम की देखरेख में इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार की टीम ने जब जांच की तो पता चला कि आरोपी असम में मौजूद है. वहीं इस जानकारी पर वहां से 21 वर्षीय नूर मोहम्मद अली को गिरफ्तार कर लिया गया.