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हाथी के लिए कृत्रिम तालाब, चिंपैंजी के लिए कूलर, चिड़ियाघर कुछ ऐसे रख रहा है जीवों का ख्याल

जीवों को मौसमी ठंडे फल दिए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बाड़े में कूलर पंखे आदि लगा दिए गए हैं. जिससे किसी वन्य प्राणी को गर्मी से परेशानी न हो.

चिड़ियाघर में जानवरों की खास देखभाल
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Published : May 28, 2019, 12:05 PM IST

नई दिल्ली: गर्मी का पारा चढ़ते ही चिड़ियाघर प्रशासन वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर सजग हो गया है. वन्य जीवों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए चिड़ियाघर में खासा इंतजाम किए गए हैं.

जहां एक तरफ जीवों को मौसमी ठंडे फल दिए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बाड़े में कूलर पंखे आदि लगा दिए गए हैं. जिससे किसी वन्य प्राणी को गर्मी से परेशानी न हो. वहीं पशुओं के साथ-साथ इस बार चिड़ियाघर प्रशासन ने पर्यटकों का भी खासा ध्यान रखा है और गर्मी से बचने के लिए जगह-जगह घास-फूस की झोपड़ियां बनाई गई हैं.

चिड़ियाघर में जानवरों की खास देखभाल

जीवों का रखा जा रहा खास ख्याल
चिड़ियाघर प्रशासन ने तपती गर्मी से वन्य जीवों को सुरक्षित रखने के लिए कई पुख्ता इंतजाम किए हैं. इसे लेकर चिड़ियाघर के क्यूरेटर रियाज खान ने बताया कि वन्य जीवों को गर्मी से राहत मिल सके इसके लिए बाड़ों में कूलर पंखे आदि की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा फव्वारों से बाड़ों की घास को ठंडा रखा जाता है. वहीं कई अन्य बाड़ों में धूप न जाए इसके लिए उन्हें एग्रोनेट और बेल से ढक दिया गया है.

आहार पर भी दिया जा रहा ध्यान
वहीं रियाज खान ने बताया कि बाड़ों को ठंडा रखने के साथ ही वन्य जीवों के आहार पर भी खासा ध्यान दिया जा रहा है. शाकाहारी पशुओं को मौसमी फल जैसे तरबूज़, खीरा, ककड़ी आदि दिए जा रहे हैं. जिससे उनके शरीर में पानी की कमी न हो. उन्होंने कहा कि वन्य जीवों के पेयजल में ग्लूकोज मिलाकर दिया जा रहा है. वहीं मांसाहारी पशुओं के आहार से मांस की मात्रा कम कर दी गई है.

सबसे उम्रदराज चिंपैंजी का ध्यान
रियाज खान ने कहा कि चिड़ियाघर एशिया की सबसे उम्रदराज चिंपैंजी रीटा की सेहत के लिए सबसे ज्यादा सजग है. 58 साल की रीटा को गर्मी से परेशानी ना हो इसके लिए उसके बाड़े में कूलर लगाया है. खाने में उसे मौसमी फलों के साथ-साथ सूखे मेवे और बादाम पिस्ता भिगाकर खिलाया जा रहा है. वहीं अन्य जीवों के भी खान-पान पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है.

हाथियों के लिए कृत्रिम तालाब
इसके अलावा हाथियों के लिए कृत्रिम तालाब भी बनाया गया है. जहां से उन्हें गर्मी से राहत मिल सके. इसके अलावा सभी वन्य जीवों को स्प्रे पंप की मदद से सुबह शाम दोनों समय नहलाया जा रहा है और बाकी समय भी उनपर पानी का छिड़काव किया जा रहा है. साथ ही पशु चिकित्सक भी लगातार वन्य जीवों पर दृष्टि बनाए हुए हैं.

पर्यटकों के लिए भी खास इंतजाम
वन्य जीवों के साथ-साथ पर्यटकों को भी गर्मी से परेशानी ना हो इसके लिए भी खासा इंतजाम किए गए हैं. चिड़ियाघर घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए चिड़ियाघर प्रशासन ने चिड़ियाघर परिसर में ही घास फूस की झोपड़ियां बनवा दी हैं. साथ ही जहां-जहां आराम के लिए बेंच लगी है उनके ऊपरी हिस्सों को बेल से ढक दिया गया है, जिससे पर्यटकों को छाया मिल सके.

नई दिल्ली: गर्मी का पारा चढ़ते ही चिड़ियाघर प्रशासन वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर सजग हो गया है. वन्य जीवों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए चिड़ियाघर में खासा इंतजाम किए गए हैं.

जहां एक तरफ जीवों को मौसमी ठंडे फल दिए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बाड़े में कूलर पंखे आदि लगा दिए गए हैं. जिससे किसी वन्य प्राणी को गर्मी से परेशानी न हो. वहीं पशुओं के साथ-साथ इस बार चिड़ियाघर प्रशासन ने पर्यटकों का भी खासा ध्यान रखा है और गर्मी से बचने के लिए जगह-जगह घास-फूस की झोपड़ियां बनाई गई हैं.

चिड़ियाघर में जानवरों की खास देखभाल

जीवों का रखा जा रहा खास ख्याल
चिड़ियाघर प्रशासन ने तपती गर्मी से वन्य जीवों को सुरक्षित रखने के लिए कई पुख्ता इंतजाम किए हैं. इसे लेकर चिड़ियाघर के क्यूरेटर रियाज खान ने बताया कि वन्य जीवों को गर्मी से राहत मिल सके इसके लिए बाड़ों में कूलर पंखे आदि की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा फव्वारों से बाड़ों की घास को ठंडा रखा जाता है. वहीं कई अन्य बाड़ों में धूप न जाए इसके लिए उन्हें एग्रोनेट और बेल से ढक दिया गया है.

आहार पर भी दिया जा रहा ध्यान
वहीं रियाज खान ने बताया कि बाड़ों को ठंडा रखने के साथ ही वन्य जीवों के आहार पर भी खासा ध्यान दिया जा रहा है. शाकाहारी पशुओं को मौसमी फल जैसे तरबूज़, खीरा, ककड़ी आदि दिए जा रहे हैं. जिससे उनके शरीर में पानी की कमी न हो. उन्होंने कहा कि वन्य जीवों के पेयजल में ग्लूकोज मिलाकर दिया जा रहा है. वहीं मांसाहारी पशुओं के आहार से मांस की मात्रा कम कर दी गई है.

सबसे उम्रदराज चिंपैंजी का ध्यान
रियाज खान ने कहा कि चिड़ियाघर एशिया की सबसे उम्रदराज चिंपैंजी रीटा की सेहत के लिए सबसे ज्यादा सजग है. 58 साल की रीटा को गर्मी से परेशानी ना हो इसके लिए उसके बाड़े में कूलर लगाया है. खाने में उसे मौसमी फलों के साथ-साथ सूखे मेवे और बादाम पिस्ता भिगाकर खिलाया जा रहा है. वहीं अन्य जीवों के भी खान-पान पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है.

हाथियों के लिए कृत्रिम तालाब
इसके अलावा हाथियों के लिए कृत्रिम तालाब भी बनाया गया है. जहां से उन्हें गर्मी से राहत मिल सके. इसके अलावा सभी वन्य जीवों को स्प्रे पंप की मदद से सुबह शाम दोनों समय नहलाया जा रहा है और बाकी समय भी उनपर पानी का छिड़काव किया जा रहा है. साथ ही पशु चिकित्सक भी लगातार वन्य जीवों पर दृष्टि बनाए हुए हैं.

पर्यटकों के लिए भी खास इंतजाम
वन्य जीवों के साथ-साथ पर्यटकों को भी गर्मी से परेशानी ना हो इसके लिए भी खासा इंतजाम किए गए हैं. चिड़ियाघर घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए चिड़ियाघर प्रशासन ने चिड़ियाघर परिसर में ही घास फूस की झोपड़ियां बनवा दी हैं. साथ ही जहां-जहां आराम के लिए बेंच लगी है उनके ऊपरी हिस्सों को बेल से ढक दिया गया है, जिससे पर्यटकों को छाया मिल सके.

Intro:गर्मी का पारा चढ़ते ही चिड़ियाघर प्रशासन वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर सजग हो गया है. बता दें कि वन्य जीवों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए चिड़ियाघर में खासा इंतज़ाम किये गए हैं. जहां एक ओर जीवों को मौसमी ठंडे फल दिए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर बाड़े में कूलर पंखे आदि लगा दिए गए हैं जिससे किसी वन्य प्राणी को गर्मी से परेशानी न हो. वहीं पशुओं के साथ साथ इस बार चिड़ियाघर प्रशासन ने पर्यटकों का भी खासा ध्यान रखा है और गर्मी से बचने के लिए जगह जगह घास फूस की झोपड़ियां बनाई है.


Body:चिड़ियाघर प्रशासन द्वारा तपती गर्मी से वन्य जीवों को सुरक्षित रखने के लिए कई पुख्ता इंतज़ाम किये गए हैं. इसको लेकर चिड़ियाघर के क्यूरेटर रियाज़ खान ने बताया कि वन्य जीवों को गर्मी से राहत मिल सके इसके लिए बाड़ों में कूलर पंखे आदि की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा फव्वारों द्वारा बाड़ों की घास को ठंडा रखा जाता है. वहीं कई अन्य बाड़ों में धूप न जाये इसके लिए उन्हें एग्रोनेट और बेल से ढक दिया गया है.

वहीं रियाज़ खान ने बताया कि बाड़ों को ठंडा रखने के साथ ही वन्य जीवों के आहार पर भी खासा ध्यान दिया जा रहा है. शाकाहारी पशुओं को मौसमी फल जैसे तरबूज़, खीरा, ककड़ी आदि दिए जा रहे हैं जिससे उनके शरीर में पानी की कमी न हो. उन्होंने कहा कि वन्य जीवों के पेयजल में ग्लूकोज़ मिलाकर दिया जा रहा है . वहीं मांसाहारी पशुओं के आहार से मांस की मात्रा कम कर दी गयी है.

रियाज़ खान ने कहा कि चिड़ियाघर एशिया की सबसे उम्रदराज़ चिम्पांजी रीटा की सेहत के लिए सबसे ज्यादा सजग है. 58 साल की रीटा को गर्मी से परेशानी ना हो इसके लिए उसके बाड़े में कूलर लगाया है. खाने में उसे मौसमी फलों के साथ साथ सूखे मेवे और बादाम पिस्ता भिगोकर खिलाया जा रहा है.
वहीं अन्य जीवों के भी खान पान पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है.

इसके अलावा हाथियों के लिए कृत्रिम तालाब भी बनाया गया है जहां से उन्हें गर्मी से राहत मिल सके. इसके अलावा सभी वन्य जीवों को स्प्रे पंप की मदद से सुबह शाम दोनों समय नहलाया जा रहा है और बाकी समय भी उनपर पानी का छिड़काव किया जा रहा है. साथ ही पशु चिकित्सक भी लगातार वन्य जीवों पर दृष्टि बनाये हुए हैं.


Conclusion:बता दें कि वन्य जीवों के साथ साथ पर्यटकों को भी गर्मी से परेशानी ना हो इसके लिए भी खासा इंतज़ाम किया गया है. चिड़ियाघर घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए चिड़ियाघर प्रशासन ने चिड़ियाघर परिसर में ही घास फूस की झोपड़ियां बनवा दी हैं. साथ ही जहां जहां आराम के लिए बेंच लगी है उनके ऊपरी हिस्सों को बेल से ढक दिया गया है जिससे पर्यटकों को छाया मिल सके.
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