नई दिल्ली: 16 फरवरी को मनाई जाने वाली सरस्वती पूजा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं, लेकिन इस बीच मां सरस्वती की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार, मूर्तियों की बुकिंग ना मिलने के कारण परेशान नजर आ रहे हैं.
सरस्वती पूजा को लेकर तैयारियां शुरू, लेकिन मूर्तिकार परेशान - दिल्ली मूर्तिकार परेशान
सरस्वती पूजा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं, लेकिन मूर्ति व्यापार में सन्नाटा छाया हुआ है. मां सरस्वती की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार, मूर्तियों की बुकिंग ना मिलने के कारण परेशान नजर आ रहे हैं.
दिल्ली में मूर्तिकार परेशान
नई दिल्ली: 16 फरवरी को मनाई जाने वाली सरस्वती पूजा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं, लेकिन इस बीच मां सरस्वती की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार, मूर्तियों की बुकिंग ना मिलने के कारण परेशान नजर आ रहे हैं.
बाजार में नहीं दिख रही पहले जैसी चहल-पहल
रामपुरा गोल्डन पार्क इलाके में रहने वाले मूर्तिकारों ने बताया कि इस बार सरस्वती पूजा के लिए बाजार में पहले जैसी चहल-पहल नहीं दिख रही है, ऐसे में वो यही सोचकर परेशान हो रहे हैं कि इस बार लोग मूर्तियां खरीदने आएंगे भी या नहीं और यदि आएंगे तो कितनी संख्या में आएंगे.
बॉर्डर सील होने की वजह से नहीं मिल पा रही मूर्तियों की बुकिंग
इस समय तक हर साल उन्हें मूर्तियों की बुकिंग मिल जाती थी और मूर्तियां लेने के लिए स्थानीय लोगों के साथ-साथ बॉर्डर के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग भी आते थे लेकिन इस बार किसान आंदोलन के कारण बॉर्डर सील होने की वजह से उस तरफ से लोग मूर्तियां लेने नहीं आ पा रहे हैं.
परेशान हो रहे मूर्तिकार
मूर्तिकारों का कहना है कि इस बार की सरस्वती पूजा में किसान आंदोलन का फर्क दिखाई देने वाला है और इसका असर मूर्तियों की बिक्री पर भी पड़ने वाला है. जिसकी वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
बाजार में नहीं दिख रही पहले जैसी चहल-पहल
रामपुरा गोल्डन पार्क इलाके में रहने वाले मूर्तिकारों ने बताया कि इस बार सरस्वती पूजा के लिए बाजार में पहले जैसी चहल-पहल नहीं दिख रही है, ऐसे में वो यही सोचकर परेशान हो रहे हैं कि इस बार लोग मूर्तियां खरीदने आएंगे भी या नहीं और यदि आएंगे तो कितनी संख्या में आएंगे.
बॉर्डर सील होने की वजह से नहीं मिल पा रही मूर्तियों की बुकिंग
इस समय तक हर साल उन्हें मूर्तियों की बुकिंग मिल जाती थी और मूर्तियां लेने के लिए स्थानीय लोगों के साथ-साथ बॉर्डर के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग भी आते थे लेकिन इस बार किसान आंदोलन के कारण बॉर्डर सील होने की वजह से उस तरफ से लोग मूर्तियां लेने नहीं आ पा रहे हैं.
परेशान हो रहे मूर्तिकार
मूर्तिकारों का कहना है कि इस बार की सरस्वती पूजा में किसान आंदोलन का फर्क दिखाई देने वाला है और इसका असर मूर्तियों की बिक्री पर भी पड़ने वाला है. जिसकी वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.