नई दिल्ली: अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली (एयूडी) के 12वें दीक्षांत समारोह को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्षों में एयूडी ने गुणवत्ता और मात्रा दोनों मामले में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है. साथ ही विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों को अपनाया है और अपनी स्थापना से ही इसके कई सुझावों को लागू किया है. इनमें बहु-विषयक चार-वर्षीय कार्यक्रम, निरंतर मूल्यांकन प्रणाली और विकल्प-आधारित क्रेडिट प्रणाली शामिल है.
एलजी ने कहा कि अब विश्वविद्यालय ने अनुसंधान-केंद्रित चौथे वर्ष बहु-प्रवेश निकास प्रणाली और अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के साथ चार-वर्षीय स्नातक कार्यक्रम शुरू किया है. विश्वविद्यालय ने भारतीय ज्ञान प्रणालियों पर एनईपी 2020 के फोकस को ध्यान में रखते हुए भारतीय और स्वदेशी भाषा और ज्ञान प्रणालियों में अनुसंधान और संग्रह केंद्र की स्थापना की है.
वीके सक्सेना ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भाग्यशाली वह है जो अवसर का उपयोग करता है. प्रतिभाशाली वह है जो अवसर पैदा करता है. विजेता वह है जो अवसर का उपयोग करता है. उन्होंने कहा कि रैंक और उपाधियाँ सीमित है. लेकिन जिस तरह से आप लोगों के साथ व्यवहार करते हैं और समाज की सेवा करते हैं उसे हमेशा याद रखा जाएगा.
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अनु सिंह लाठर ने विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस साल 2023-24 सत्र में सीयूईटी से हुए दाखिलों में छात्रों की पसंद में एयूडी चौथे स्थान पर था. यह 4,72,357 यूजी आवेदकों और 1,92,750 पीजी आवेदकों के लिए पसंदीदा विकल्प था. दिल्ली में अन्य उच्च गुणवत्ता वाले केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों की उपस्थिति को देखते हुए, यह आसान नहीं है.
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शिक्षा मंत्री आतिशी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि छात्रों के जीवन में दीक्षांत समारोह परिवर्तन का एक चरण होता है, जहां हर छात्र को तीन चीजें याद रखनी चाहिए. पहला निर्णय स्वतंत्र रूप से लेने चाहिए, दूसरा माता-पिता के प्रति जिम्मेदार होना चाहिए जिन्होंने आपको सफल बनाने के लिए अपना जीवन दिया और तीसरा देश के प्रति जिम्मेदार होना चाहिए जिसने उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा की सुविधा प्रदान की. दीक्षांत समारोह में अतिथियों द्वारा 1095 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गई. इनमें 33 पीएचडी डिग्री, 13 एम फ़िल डिग्री, 602 पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री,442 ग्रेजुएट डिग्रियाँ और 5 डिप्लोमा सौंपी गई.