ETV Bharat / state

वकालत करते-करते करने लगे ठगी का काम, 193 लोगों को लगाया करोड़ों का चूना

दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दो ठगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार ठग पेशे से वकील है. दोनों कानपुर के छत्रपति शिवाजी महाराज यूनिवर्सिटी से एलएलबी करने के बाद वकालत कर रहे थे. लेकिन पैसे की चाहत में ठगी करने लगे और 193 लोगों को झांसे में लेकर करोड़ों रुपये की ठगी की.

delhi crime news
दिल्ली अपराध समाचार
author img

By

Published : Nov 27, 2022, 2:12 PM IST

Updated : Nov 27, 2022, 2:42 PM IST

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दो ऐसे ठगों को गिरफ्तार किया है, जो पेशे से वकील है. लेकिन वकालत करते-करते वो जल्दी पैसे कमाने की चाह में कॉनमैन बन गए और अपने साथियों के साथ मिल कर करोड़ों की ठगी को अंजाम दे डाला. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान, के.डी शुक्ला और अनुराग पांडे के रूप में हुई है. दोनों कानपुर के छत्रपति शिवाजी महाराज यूनिवर्सिटी से एलएलबी करने के बाद वकालत कर रहे थे.

डीसीपी जितेंद कुमार मीणा के अनुसार, ईओडब्ल्यू पुलिस को कई शिकायतकर्ताओं ने ठगी की दी गयी शिकायत में बताया कि केडी शुक्ला ने अपने साथियों अनुराग पांडेय, आलोक कुमार और आरपी सिंह के साथ मिल कर उन्हें हैवी रिटर्न और रोजी पिक्चर का प्रलोभन देकर प्रगति कानपुर, यूपी के ग्रीन एग्रो प्रोडक्ट्स लिमिटेड कंपनी के स्कीम में इन्वेस्ट करने के लिए प्रेरित किया. इसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई को उसकी कंपनी की स्कीम में इन्वेस्ट किया था. लेकिन बाद में उन्हें आरोपियों द्वारा ठगी का पता चला, जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत ईओडब्ल्यू पुलिस में दी.

शुरुआती जांच के बाद, ईओडब्ल्यू पुलिस में मामला दर्ज कर जांच शुरू की. इसमें पुलिस को आरोपियों द्वारा 193 लोगों को रंगीन सपने दिखा कर उनसे उनके पोंजी स्कीम में इन्वेस्टमेंट करावने का पता चला. आरोपियों ने मिल कर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दिया. जांच में मिली जानकारियों के आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों केडी शुक्ला और अनुराग पांडेय को दबोच लिया.

ये भी पढ़ें : सांसों पर आफत: दिल्ली एनसीआर में फिर बढ़ा प्रदूषण, Red Zone में कई इलाकों का AQI

पूछताछ में केडी शुक्ला ने बताया कि वो वकालत करते हैं. उसकी मुलाकात आलोक कुमार से हुई, जिसके साथ मिल कर उन्होंने प्रगति ग्रीन एग्रो प्रोडक्ट्स कंपनी लिमिटेड के मनी बैक स्कीम में लोगों से इन्वेस्टमेंट करावने लगे. इसी दौरान अनुराग पांडे की मुलाकात केडी शुक्ला से हुई, जिन्होंने उनकी मुलाकात आलोक कुमार से करवाई और फिर वो साथ मिल कर लोगों के पैस इस पोंजी स्कीम में इन्वेस्ट करवाते थे. जांच में आरोपियों द्वारा 193 लोगों को झांसे में लेकर करोड़ों रुपये की ठगी का पता चला. इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल पुलिस उसके सहयोगियों की तलाश में लगी है.

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दो ऐसे ठगों को गिरफ्तार किया है, जो पेशे से वकील है. लेकिन वकालत करते-करते वो जल्दी पैसे कमाने की चाह में कॉनमैन बन गए और अपने साथियों के साथ मिल कर करोड़ों की ठगी को अंजाम दे डाला. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान, के.डी शुक्ला और अनुराग पांडे के रूप में हुई है. दोनों कानपुर के छत्रपति शिवाजी महाराज यूनिवर्सिटी से एलएलबी करने के बाद वकालत कर रहे थे.

डीसीपी जितेंद कुमार मीणा के अनुसार, ईओडब्ल्यू पुलिस को कई शिकायतकर्ताओं ने ठगी की दी गयी शिकायत में बताया कि केडी शुक्ला ने अपने साथियों अनुराग पांडेय, आलोक कुमार और आरपी सिंह के साथ मिल कर उन्हें हैवी रिटर्न और रोजी पिक्चर का प्रलोभन देकर प्रगति कानपुर, यूपी के ग्रीन एग्रो प्रोडक्ट्स लिमिटेड कंपनी के स्कीम में इन्वेस्ट करने के लिए प्रेरित किया. इसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई को उसकी कंपनी की स्कीम में इन्वेस्ट किया था. लेकिन बाद में उन्हें आरोपियों द्वारा ठगी का पता चला, जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत ईओडब्ल्यू पुलिस में दी.

शुरुआती जांच के बाद, ईओडब्ल्यू पुलिस में मामला दर्ज कर जांच शुरू की. इसमें पुलिस को आरोपियों द्वारा 193 लोगों को रंगीन सपने दिखा कर उनसे उनके पोंजी स्कीम में इन्वेस्टमेंट करावने का पता चला. आरोपियों ने मिल कर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दिया. जांच में मिली जानकारियों के आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों केडी शुक्ला और अनुराग पांडेय को दबोच लिया.

ये भी पढ़ें : सांसों पर आफत: दिल्ली एनसीआर में फिर बढ़ा प्रदूषण, Red Zone में कई इलाकों का AQI

पूछताछ में केडी शुक्ला ने बताया कि वो वकालत करते हैं. उसकी मुलाकात आलोक कुमार से हुई, जिसके साथ मिल कर उन्होंने प्रगति ग्रीन एग्रो प्रोडक्ट्स कंपनी लिमिटेड के मनी बैक स्कीम में लोगों से इन्वेस्टमेंट करावने लगे. इसी दौरान अनुराग पांडे की मुलाकात केडी शुक्ला से हुई, जिन्होंने उनकी मुलाकात आलोक कुमार से करवाई और फिर वो साथ मिल कर लोगों के पैस इस पोंजी स्कीम में इन्वेस्ट करवाते थे. जांच में आरोपियों द्वारा 193 लोगों को झांसे में लेकर करोड़ों रुपये की ठगी का पता चला. इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल पुलिस उसके सहयोगियों की तलाश में लगी है.

ये भी पढ़ें : सत्येंद्र जैन का एक और CCTV फुटेज आया सामने, बीजेपी ने उठाए सवाल

Last Updated : Nov 27, 2022, 2:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.