नई दिल्ली: शाही जामा मस्जिद के मीना बाजार में स्थित उर्दू पार्क असामाजिक तत्वों का केंद्र बन गया है. उर्दू पार्क जोकि स्थानीय लोगों और बच्चों के खेलकूद के लिए था. अब रैन-बसेरों और शौचालय बनने से ऐसी स्थिति में आ गया है कि यहां स्थानीय लोग आना पसंद नहीं करते.
खस्ता हाल में है उर्दू पार्क
दिल्ली अंजुमन नामी एक संस्था इस विषय में समय-समय पर प्रशासन को जगाने का काम करती है. अंजुमन संस्था के अध्यक्ष जाकिर हुसैन ने बताया कि सरकार ने एक साजिश के तहत उर्दू पार्क में रैनबसेरे बना दिये है. जहां कोई जरूरत मंद नहीं रहता बल्कि नशेड़ी लोग यहां रहते हैं. साथ ही यहां वो लोग भी रहते हैं जो मीना बाजार और जामा मस्जिद इलाके में अनाधिकृत तौर पर रेहड़ी-पटरियां लगाते है.
पार्क में हो रहा है अतिक्रमण
उन्होंने कहा कि सरकार ने उर्दू पार्क में शौचालय तक बनवा दिया था जिसे हमने प्रशासन को पत्र लिख कर रुकवाया है. जाकिर हुसैन ने कहा कि मीना बाजार में कुल 5 रैनबसेरे हैं. जिन में से 2 उर्दू पार्क में हैं. आज इसकी स्थिति ये है कि इसे लोग शौच के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. उनका कहना है कि जगह-जगह गंदगी है. रात को यहां ठेले, बैटरी रिक्शा खड़े होते हैं.
उर्दू पार्क को बर्बाद करने का आरोप
जाकिर हुसैन के मुताबिक बार-बार प्रशासन को लिखा जाता है, कार्रवाई होती है, लेकिन कुछ दिन बाद फिर वही हालत हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता विजय गोयल ने अपनी हवेली का रास्ता साफ करने के लिए रैनबसेरे और झुग्गी झोपड़ी वालों को यहां भेज दिया. अब यहां की स्थिति बहुत खराब है.
'पार्क को दोबारा बच्चों के खेलने लायक बनाए'
जाकिर हुसैन ने कहा कि हमारा सरकार से ये आग्रह है कि वो उर्दू पार्क में बने रैनबसेरों को मीना बाजार में बनी मार्किट की तरफ बने रैनबसरो के साथ शिफ्ट कर दें, ताकि ये पार्क पहले की तरह स्थानीय लोगों और बच्चों के लिए फिर से खेलने लायक बन जाये.
'पार्क में नहीं किया जा सकता कोई निर्माण'
जाकिर हुसैन ने आरोप लगाया लगाया कि सरकार चंद वोटो की खातिर पार्को को बरबाद कर रही है. ऐसा सुनने में आया है कि रैनबसेरो में रहने वाले 300 लोगों के वोटर आईकार्ड बने हैं. इसी लालच में इन्हें यहां बसा दिया गया है. जबकि एलजी की गाइड लाइन के मुताबिक पार्को में एक ईंट भी नहीं रखी जानी चाहिए.