नई दिल्ली: दिल्ली में भी गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की खपत बढ़ने लगी है. कई बार तो यह उपलब्धता और उत्पादन से भी अधिक हो जाती है, जिसकी वजह से बिजली कंपनियों को कई बार मजबूरन बिजली कटौती करनी पड़ती है. लेकिन इस बार दिल्ली वालों के लिए राहत की बात है.
बिजली कटौती की संभावना नहीं: दरअसल, पिछले चार दिन से भीषण गर्मी पड़ने के बाद दिल्ली में बिजली की खपत अभी भी नियंत्रण में है. इस गर्मी के बावजूद दिल्ली में बिजली की खपत, उपलब्धता से करीब 2000 मेगावाट कम है. इससे दिल्ली में अभी बिजली कटौती की संभावना नहीं है. यहां बिजली वितरण करने वाली प्रमुख कंपनी बीएसईएस से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली में अभी बिजली की खपत 6200 से 6900 मेगावाट तक है. जबकि प्रतिदिन बिजली की उपलब्धता 8200 से 8500 मेगावाट तक है.
बढ़ सकती है मांग: बीते 22 मई को दिल्ली में बिजली की खपत 6400 मेगावाट को पार कर गई थी. आने वाले दिनों में दिल्ली में बिजली की मांग और बढ़ सकती है. बीते कई दिन से बारिश होने के चलते भी मौसम में थोड़ी नमी आ गई थी. इस वजह से भी बिजली की खपत में थोड़ी नरमी थी.
बीएसईएस के अनुसार, फिलहाल दिल्ली में बिजली की खपत, उपलब्धता से अधिक होने की संभावना बहुत कम है. अधिकारियों का कहना है कि अधिक गर्मी बढ़ने से एयर कंडीशनर का उपयोग बढ़ जाता है, जिससे खपत का लोड बढ़ता है.
साल | बिजली की खपत |
2023 | 6497 मेगावाट |
2022 | 7166 मेगावाट |
2021 | 6329 मेगावाट |
2020 | 5119 मेगावाट |
2019 | 6442 मेगावाट |
2018 | 6419 मेगावाट |
यह भी पढ़ें-Delhi G20 summit: 'कनॉट प्लेस' अब और भी ज्यादा होगा खूबसूरत, इमारतों को सफेद रंग में रंगा जा रहा
सौर ऊर्जा से प्रतिदिन मिल रही 140 मेगावाट बिजली: अगर सौर उर्जा की बात करें तो बीएसईएस को अभी प्रतिदिन 140 मेगावाट बिजली सौर ऊर्जा से मिल रही है. यह बिजली पांच हजार सौर ऊर्जा कनेक्शन से उत्पन्न हो रही है. ये कनेक्शन इमारतों की छतों पर सौर पैनल स्थापित करने के लिए दिए गए हैं, जिनसे बिजली का उत्पादन हो रहा है. वहीं पिछले साल की तुलना में इस साल नौ जून को दिल्ली में बिजली की मांग बढ़ी थी.
यह भी पढ़ें-MCD कर्मचारी और AAP पार्षद आमने-सामने, धरना प्रदर्शन कर एक दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप