नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना की पॉजिटिविटी दर करीब 28% तक पहुंच गई है. इसका असर दिल्ली के पर्यटन उद्योग पर पड़ने लगा है. हिमाचल, उत्तराखंड और कश्मीर जाने के लिए जो पर्यटक पहले वाया दिल्ली रूट अपनाते थे, अब वे दिल्ली आने से कतरा रहे हैं. दक्षिणी और पूर्वी राज्यों से दिल्ली आकर फिर हिमाचल, उत्तराखंड और कश्मीर जाने वाले पर्यटक भी अब दिल्ली नहीं आ रहे. अब ये लोग सीधे उत्तराखंड और चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं.
पर्यटकों ने बदला अपना रूट: दरअसल, अधिकतर पर्यटक शिमला, मनाली, आगरा, मथुरा, ऋषिकेश, हरिद्वार, नैनीताल देहरादून, अजमेर, जयपुर जैसे पर्यटन स्थलों पर जाने के लिए दिल्ली को प्रवेश द्वार मानते हैं. पहले पर्यटक दिल्ली आते हैं और एक-दो दिन यहां रुकने के बाद अपने डेस्टिनेशन पर जाते हैं. या फिर वापसी में एक दो दिन दिल्ली में अवश्य रुकते हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पर्यटकों ने अपना रूट बदल लिया है. अब वे सीधे अपने गंतव्य को जा रहे हैं. इससे दिल्ली के होटल कारोबारियों को नुकसान हो रहा है.
दिल्ली का होटल उद्योग प्रभावित: महिपालपुर होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष वीके सहरावत ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पर्यटक काफी सावधानी बरत रहे हैं. वे दिल्ली आने से बच रहे हैं. इसलिए दिल्ली का होटल उद्योग प्रभावित हो रहा है. उन्होंने बताया कि कारोबार कितने प्रतिशत प्रभावित हुआ है, अभी यह कहना जल्दबाजी होगी. लेकिन ग्राहकों की संख्या काफी कम हुई है.
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दिल्ली होटल महासंघ के अध्यक्ष अजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि पहाड़गंज इलाके में देशबंधु गुप्ता रोड कें दोनों ओर करीब 700 होटल हैं. उन्होंने बताया कि नई वीजा पॉलिसी और कोरोना महामारी के कारण विदेशी पर्यटकों की संख्या पहले ही काफी कम थी. ऐसे में अब फिर से कोरोना की वजह से विदेशी पर्यटक और भी कम हो रहे हैं.
टूर ऑपरेटर के कारोबार पर असर नहीं: इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने बताया कि अभी टूर ऑपरेटर के कारोबार पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा है. उन्होंने कहा कि यदि इसी तरह से मामले बढ़ते रहे, तो जल्द ही यह प्रभाव इस पर भी दिखना शुरू हो जाएगा.
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