नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी को छोड़ कांग्रेस में शामिल हो चुकी चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा की विधायक की सदस्यता रद्द कर दी गई है. विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने आज अलका लांबा की सदस्यता रद्द कर दी.
6 सितंबर को दिया था इस्तीफा
अलका लांबा बीते 6 सितंबर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट के जरिए सार्वजनिक की थी. पिछले कुछ महीनों से अलका बगावती तेवर अपनाए हुई थी. बुधवार को विधानसभा में हुई सुनवाई के दौरान भी अलका ने बगावती तेवर दिखाया था. अलका पिछले कुछ महीने से पार्टी से नाराज चल रही थी.
आप की संस्थापक सदस्य और उसके बाद विधायक बनी अलका लांबा पिछले 6 साल बाद आम आदमी पार्टी को गुड बाय बोल दिया था और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की बात कही थी. अलका ने पिछले दिनों कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अलका लांबा कांग्रेस को सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी सरकार की पोल खोलने में भूमिका निभा सकती है. कांग्रेस अलका को केजरीवाल के खिलाफ इस्तेमाल कर विधानसभा चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत बनाने की कोशिश करेगी. क्योंकि आम आदमी पार्टी के कई विधायक पिछले दिनों भाजपा में शामिल हो चुके हैं.
बता दें कि अलका लांबा की सदस्यता रद्द होने के बाद अब केजरीवाल सरकार में 67 में से 61 आप विधायक बचे हैं. इससे पहले विधायक अनिल वाजपेयी, देवेंद्र सहरावत, कपिल मिश्रा, संदीप कुमार की सदस्यता रद्द कर दी गई थी.