नई दिल्ली : शादियों का सीजन शुरू हो चुका ह. इस मौके पर फूलों की खपत भी बढ़ जाती है. फूलों की खेती करने वाले पहले से ही इसके लिए खेती में लग जाते हैं. फूलों का कारोबार करने वाले भी अपने पास फूलों को स्टोर कर उनके पास आने वाली मांगों को पूरा करने की कोशिश में लगे रहते हैं. इसके लिए कई जगहों से फूलों की खेप दिल्ली पहुंचती है, जिससे इसकी मांग को पूरा किया जा सके.
तस्वीरें दिल्ली देहात के बापरोला गांव के खेतों की हैं. आप देख सकते हैं कि यहां कई किस्मों के फूल खेतों में खिले हुए हैं, जो तोड़े जाने के लिए बिल्कुल तैयार हो चुके हैं. बता दें कि फूलों की मांग को देखते हुए, यहां के किसान फूलों की खेती करने लगे हैं, जिससे उन्हें ज्यादा लाभ हो. स्थानीय किसान शंभूनाथ ने बताया कि इन फूलों को लगाने के बाद महीने भर में ही तैयार हो जाते हैं, जिसके बाद ये इन फूलों को तोड़ कर बेच देते हैं. फिर दूसरे फूलों की खेती में लग जाते हैं. खास बात ये है कि फरवरी में लागये गए फूल मार्च महीने में और मार्च में लागये गए फूलों के पौधे अप्रैल महीने के अंत तक तैयार हो जाते हैं. जिससे उन्हें फूलों के परिपक्व होने का उतना इंतजार नहीं करना पड़ता है, जितना कि सब्जियों और अन्य फसलों को उपजाने में करना पड़ता है.
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उन्होंने कहा कि जल्दी ही मेहनत के पैसे मिल जाते हैं. सबसे बड़ी बात फूलों को बेचने के लिए इन्हें कहीं जाना भी नहीं पड़ता है. नजफगढ़, नरेला सहित दिल्ली के कई मंडियों से आकर व्यापारी इन फूलों को खरीद कर ले जाते हैं. इसके बाद दुसरे फूलों की खेती में लग जाते हैं. खास बात ये भी है कि फूलों से किसानों को अच्छा मुनाफा मिल जाता है, औ वो आराम से अपने खर्चों को पूरा कर पाते हैं.
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