नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के सात लोकसभा सीटों पर मतदान होने में अब केवल 1 दिन बाकी रह गया है. राजनीतिक पार्टियां अभी भी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के माध्यम से अपनी चुनावी जमीन मजबूत बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. आपको बता दें कि चांदनी चौक की सीट बीजेपी-कांग्रेस के लिए नाक का सवाल बन चुकी है.
हर्षवर्धन के कार्यकाल पर साधा निशाना
चांदनी चौक लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी जय प्रकाश अग्रवाल ने डॉ. हर्षवर्धन पर उनके 5 साल के कार्यकाल को लेकर निशाना साधा. हर्षवर्धन चांदनी चौक संसदीय सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं जहां उनका सीधा मुकाबला वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जेपी अग्रवाल से है.
'सांसद निधि की राशि खर्च नहीं कर पाए'
जयप्रकाश अग्रवाल ने हर्षवर्धन पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अपनी सांसद निधि का पूरा बजट अपने क्षेत्र पर खर्च नहीं कर पाए हैं. जेपी अग्रवाल ने कहा कि डॉ. हर्षवर्धन को 25 करोड़ का कुल बजट मिला जिसमें से वे केवल आठ करोड़ रुपये ही अपने क्षेत्र पर खर्च कर पाए.
'केंद्रीय मंत्री थे लेकिन नहीं किया विकास'
जयप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि अगर डॉक्टर हर्षवर्धन चाहते तो चांदनी चौक को लेकर एक विजन बना सकते थे और इसे कैबिनेट के आगे पेश कर सकते थे. जेपी अग्रवाल ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि केंद्रीय मंत्री होते हुए भी उन्होंने संसद में चांदनी चौक को लेकर कोई चर्चा नहीं की. डॉ हर्षवर्धन ने धीरपुर गांव को गोद लिया था. उस पर टिप्पणी करते हुए जेपी अग्रवाल ने कहा कि धीरपुर गांव अभी भी उनकी गोद में है जो कि नीचे नहीं उतरा है.
'आप पर वादा पूरा नहीं करने का आरोप'
आम आदमी पार्टी जिसकी चांदनी चौक लोकसभा सीट पर 10 की 10 विधानसभाओं पर उसके विधायक हैं. उस पर निशाना साधते हुए जेपी अग्रवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दो मुख्य वादे किए थे, जिसमें झुग्गी वालों को पक्के मकान और बिजली बिल आधा करना शामिल था, लेकिन सरकार दोनों वादों को पूरा कर पाने में असफल रही है. जेपी अग्रवाल ने कहा कि जो बिजली का बिल पहले 2 महीने में आता था वो अब 28 दिन का आता है और आम आदमी पार्टी सरकार ने फिक्स्ड चार्ज को भी 10 गुना बढ़ा दिया है.
'जेपी ने अपनी उपलब्धियों की दिलाई याद'
डॉ हर्षवर्धन को निशाने पर लेते हुए जेपी अग्रवाल ने कहा कि जब मैं 2009 से 2014 तक सांसद था तब मैं 1500 से 2 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट चांदनी चौक के विकास के लिए लेकर आया था. उन्होंने कहा कि, डॉ. हर्षवर्धन तो केंद्रीय मंत्री थे उन्हें 10000 करोड़ का प्रोजेक्ट चांदनी चौक के विकास के लिए लेकर आना चाहिए था.