नई दिल्ली: ईद उल अज़हा का त्यौहार नजदीक है लेकिन जिस तरह से राजधानी दिल्ली और देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इसे देखते हुए उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने इस वर्ष जामा मस्जिद पर स्थित मीना बाजार में बकरा मंडी लगाने की इजाज़त नहीं दी है. इस मंडी मे विभिन्न राज्यों से बकरा कारोबारी आते थे और मंडी में अपने जानवर बेचते थे. इस बार बकरा मंडी ना लगने से जहां बकरा कारोबारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं आम मुसलमान भी कुर्बानी के लिए जानवर की खरीदारी करने के लिए दर दर भटक रहे हैं.
वहीं कुछ इलाकों में लोगों ने अपने घरों में बने गोदामों में कुर्बानी के बकरे लाकर बेचने शुरू किए हैं. ऐसी ही कोशिश आजाद मार्केट में रहने वाले भाजपा नेता मुकीम कुरैशी ने की है. उन्होंने अपने घर के गोदामों में बकरा बेचने की शुरुआत की है. यहां बकरे 300 रुपये किलोग्राम के हिसाब से बेचे जा रहे हैं.
सामाजिक दूरी जरूरी
ईटीवी भारत से बात करते हुए भाजपा नेता मुकीम कुरेशी ने कहा कि कोरोना को देखते हुए इस वर्ष नगर निगम ने मीना बाज़ार में बकरा मंडी लगने की इजाज़त नहीं दी लेकिन मेरी मेयर जय प्रकाश से फोन पर बात हुई थी और उन्होंने कहा कि आप अच्छे से अपना त्यौहार मनाएं. हमारा पूरा सहयोग आपके साथ है. कुरैशी ने कहा कि बकरा मंडी तो नहीं लग सकती लेकिन आप लोग अपने अपने घरों में सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए बकरा लाकर बेच सकते हैं.
ग्राहकों को हो रहा है फायदा
बकरा खरीदने आये एक ग्राहक ने कहा कि मंडी न लगने से सबको परेशानी तो हैं ही लेकिन यहां बकरे मिल रहे हैं और हम यहां से किलोग्राम के हिसाब से बकरा खरीद कर ले जा रहे हैं. 300 रुपये किलोग्राम के हिसाब से खरीदने में काफी फायदा हो रहा है.
ईद उल अज़हा सुन्नत इब्राहीमी
मुकीम क़ुरैशी ने कहा कि उन्होंने मेवात, सीकर, अजमेर के बकरा कारोबारियों से बात की और उन्हें कहा कि आप लोग अलग-अलग जगहों पर जाकर कुर्बानी के जानवर बेच सकते हो. वहां आपको दिल्ली पुलिस और नगर निगम की ओर से किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी. उन्होंने कहा कि ईद उल अज़हा सुन्नत इब्राहीमी है. कुर्बानी जरूर करनी चाहिए.