भोपाल: टोक्यो ओलंपिक 2020 में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे मध्य प्रदेश के विवेक सागर पर राज्य सरकार ने सौगातों की बरसात की है. उन्हें एक करोड़ का चेक दिए जाने के साथ मनचाहे शहर में मकान और उप-पुलिस अधीक्षक की नौकरी देने का सरकार ने एलान किया है.
इंटरनेशनल यूथ-डे पर गुरुवार को मिंटो हाल सभागार में मध्यप्रदेश के टोक्यो ओलंपिक 2020 के पदक विजेता और प्रतिभागियों के सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, प्रदेश सरकार ओलंपिक हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर के परिवार को पक्का मकान दिलवाएगी. उनका परिवार जिस नगर या ग्राम में मकान चाहेगा, वहीं उपलब्ध करवाया जाएगा. साथ ही एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि का चेक प्रदान करते हुए मध्यप्रदेश शासन में डीएसपी (उप पुलिस अधीक्षक) का पद देने की भी घोषणा की.
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मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया है, वे हमारी प्रेरणा हैं. राज्यों को इस दिशा में रुचि लेकर खिलाड़ियों को आवश्यक सुविधाएं दिलवाना है, जिससे वे स्वर्णिम इतिहास रच सकें. टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत को हॉकी में मिला कांस्य पदक सिर्फ पदक नहीं है, बल्कि यह हॉकी का पुनर्जागरण है. मुख्यमंत्री चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर को शाल और सम्मान निधि देकर सम्मानित किया. साथ ही सहायक कोच शिवेन्द्र सिंह को 25 लाख रुपए की सम्मान निधि देने की घोषणा की.
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सीएम चौहान ने कहा, आज हमने हॉकी में दुनिया के सामने अपनी श्रेष्ठता का सबूत दिया है. महिला हॉकी में भी भारत का भविष्य उज्जवल है. ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम चैथे नम्बर पर रही. वे आखरी मैच हारी जरूर, लेकिन अच्छे खेल प्रदर्शन से पूरे देश का दिल जीत लिया. मध्यप्रदेश सरकार महिला हॉकी टीम की प्रत्येक खिलाड़ी को 31-31 लाख रुपए देकर सम्मानित किया जाएगा.
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खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा, हम कई साल से ओलंपिक के द्वार पर पदक प्राप्ति के लिए दस्तक दे रहे थे. विवेक सागर ने इस द्वार को खोला है. सांसद और मध्यप्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, मध्यप्रदेश में 18 खेल अकादमी हैं. खेलों के उन्नयन के लिए सभी कदम उठाए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान ने खिलाड़ियों की हिम्मत बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा, यदि बीज को खाद और पानी मिले तो पौधे को वृक्ष बनने में देर नहीं लगती. यही बात खिलाड़ियों के साथ भी लागू होती है. मध्यप्रदेश की खेल प्रतिभाएं आने वाले साल में और अधिक सफलताएं प्राप्त करेंगी.