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जानिए विंबलडन खिताब जीतने के बाद क्यों घास खाते हैं जोकोविच ? - रोजर फेडरर

16 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता नोवाक जोकोविच ने अपने बचपन से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में बताया जिसमें विंबलडन खिताब जीतने का उनका सपना भी शामिल है.

Novak
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Published : Nov 1, 2019, 5:30 PM IST

नई दिल्ली: सर्बियाई सुपरस्टार नोवाक जोकोविच को उनके दमदार खेल के अलावा हसमुख रवैए के लिए भी जाना जाता है. चाहे कोर्ट के पास मौजूद बॉल बॉय से बातें करना हो या क्राउड की तरफ मजाकिया इशारा करना, जोकोविच हमेशा अपनी विनम्रता से सभी का दिल जीत लेते हैं लेकिन उनकी एक आदत फैन्स को हैरान करती है. जोकोविच जब भी विंबलडन खिताब जीतते हैं, सेंटर कोर्ट की घास चाव से खाते हैं.

वर्ल्ड नम्बर-1 जाकोविक ने अपने करियर में अब तक कुल 16 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से पांच बार उन्होंने इंग्लिैंड में होने वाले प्रतिष्ठित विंबलडन के खिताब को अपने नाम किया है. इस साल भी उन्होंने स्विट्जरलैंड के महान खिलाड़ी और 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता रोजर फेडरर को मात देकर विंबलडन का खिताब जीता और इसके बाद कोर्ट की घास खाई.

सर्बियाई सुपरस्टार नोवाक जोकोविच
सर्बियाई सुपरस्टार नोवाक जोकोविच

वर्ष 2011 में जाकोविक ने इस बेहद रोचक चीज की शुरुआत की थी. उस साल सर्बियाई खिलाड़ी ने पहली बार विंबलडन का खिताब अपने नाम किया था और जीत दर्ज करने के बाद कोर्ट की घास को खाकर सभी को चौका दिया. फैन्स समझ नहीं पाए की जोकोविच ने ऐसा क्यों किया. उस दिन के बाद से वो जब भी साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम का खिताब जीतते हैं तो कोर्ट पर मौजूद घास को जरूर खाते हैं.

हालांकि, जाकोविक ने इसका कारण किसी से छिपाया नहीं है. जोकोविच ने बताया,"पहली बात तो मुझे विंबलडन की घास का स्वाद बहुत अच्छा लगता है. इसका मतलब ये है कि मैं फाइनल में पहुंच गया हूं और जीत दर्ज करने में कामयाब हुआ हूं."

विंबलडन खिताब के साथ जोकोविच
विंबलडन खिताब के साथ जोकोविच

उन्होंने कहा,"मैं कहूंगा कि ये एक छोटा सी परंपरा की तरह है कि मैं इतनी बार इस प्रतियोगिता को जीतने में कामयाब रहा हूं. मैंने हमेशा विंबलडन जीतने का सपना देखा था. जब मैं सात या आठ साल का था तब विंबलडन की छोटी-छोटी ट्रॉफी बनाता था और आईने के सामने खुद को इस प्रतियोगिता के चैम्पियन के रूप में देखता था. वो मेरा सबसे बड़ा सपना था."

लेकिन उन्हें घास खाने का ख्याल कैसे आया? जोकोविच ने इस पर कहा,"जब मैं वैसी हरकतें कर रहा था तभी मुझे ख्याल आया कि मुझे वो घास खानी चाहिए. पता नहीं क्यों मैंने वैसा ही किया. जब मैंने पहली बार उसे चखा था तो वो मुझे अपनी जीवन की सबसे मीठी चीज लगी. मुझे उम्मीद है कि अपना करियर खत्म करने से पहले मैं दोबारा ऐसा कर पाऊंगा. हर साल विंबलडन का हिस्सा बनना बहुत विशेष है क्योंकि ये टूर्नामेंट बहुत अलग है."

16 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता नोवाक जोकोविच
16 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता नोवाक जोकोविच

जोकोविच अभी भी बेहद फिट हैं और जिस तरह की फार्म में चल रहे हैं उसे देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वो आगे अपने करियर में कई बार विंबलडन की घास का स्वाद चखेंगे. फेडरर और राफेल नडाल (19) फिलहाल, सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में पहले और दूसरे नंबर पर हैं और उनके इस रिकॉर्ड को सबसे बड़ा खतरा किसी से है तो वो जोकोविच ही हैं.

सबसे अधिक ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में वो तीसरे नंबर पर मौजूद हैं.

नई दिल्ली: सर्बियाई सुपरस्टार नोवाक जोकोविच को उनके दमदार खेल के अलावा हसमुख रवैए के लिए भी जाना जाता है. चाहे कोर्ट के पास मौजूद बॉल बॉय से बातें करना हो या क्राउड की तरफ मजाकिया इशारा करना, जोकोविच हमेशा अपनी विनम्रता से सभी का दिल जीत लेते हैं लेकिन उनकी एक आदत फैन्स को हैरान करती है. जोकोविच जब भी विंबलडन खिताब जीतते हैं, सेंटर कोर्ट की घास चाव से खाते हैं.

वर्ल्ड नम्बर-1 जाकोविक ने अपने करियर में अब तक कुल 16 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से पांच बार उन्होंने इंग्लिैंड में होने वाले प्रतिष्ठित विंबलडन के खिताब को अपने नाम किया है. इस साल भी उन्होंने स्विट्जरलैंड के महान खिलाड़ी और 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता रोजर फेडरर को मात देकर विंबलडन का खिताब जीता और इसके बाद कोर्ट की घास खाई.

सर्बियाई सुपरस्टार नोवाक जोकोविच
सर्बियाई सुपरस्टार नोवाक जोकोविच

वर्ष 2011 में जाकोविक ने इस बेहद रोचक चीज की शुरुआत की थी. उस साल सर्बियाई खिलाड़ी ने पहली बार विंबलडन का खिताब अपने नाम किया था और जीत दर्ज करने के बाद कोर्ट की घास को खाकर सभी को चौका दिया. फैन्स समझ नहीं पाए की जोकोविच ने ऐसा क्यों किया. उस दिन के बाद से वो जब भी साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम का खिताब जीतते हैं तो कोर्ट पर मौजूद घास को जरूर खाते हैं.

हालांकि, जाकोविक ने इसका कारण किसी से छिपाया नहीं है. जोकोविच ने बताया,"पहली बात तो मुझे विंबलडन की घास का स्वाद बहुत अच्छा लगता है. इसका मतलब ये है कि मैं फाइनल में पहुंच गया हूं और जीत दर्ज करने में कामयाब हुआ हूं."

विंबलडन खिताब के साथ जोकोविच
विंबलडन खिताब के साथ जोकोविच

उन्होंने कहा,"मैं कहूंगा कि ये एक छोटा सी परंपरा की तरह है कि मैं इतनी बार इस प्रतियोगिता को जीतने में कामयाब रहा हूं. मैंने हमेशा विंबलडन जीतने का सपना देखा था. जब मैं सात या आठ साल का था तब विंबलडन की छोटी-छोटी ट्रॉफी बनाता था और आईने के सामने खुद को इस प्रतियोगिता के चैम्पियन के रूप में देखता था. वो मेरा सबसे बड़ा सपना था."

लेकिन उन्हें घास खाने का ख्याल कैसे आया? जोकोविच ने इस पर कहा,"जब मैं वैसी हरकतें कर रहा था तभी मुझे ख्याल आया कि मुझे वो घास खानी चाहिए. पता नहीं क्यों मैंने वैसा ही किया. जब मैंने पहली बार उसे चखा था तो वो मुझे अपनी जीवन की सबसे मीठी चीज लगी. मुझे उम्मीद है कि अपना करियर खत्म करने से पहले मैं दोबारा ऐसा कर पाऊंगा. हर साल विंबलडन का हिस्सा बनना बहुत विशेष है क्योंकि ये टूर्नामेंट बहुत अलग है."

16 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता नोवाक जोकोविच
16 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता नोवाक जोकोविच

जोकोविच अभी भी बेहद फिट हैं और जिस तरह की फार्म में चल रहे हैं उसे देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वो आगे अपने करियर में कई बार विंबलडन की घास का स्वाद चखेंगे. फेडरर और राफेल नडाल (19) फिलहाल, सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में पहले और दूसरे नंबर पर हैं और उनके इस रिकॉर्ड को सबसे बड़ा खतरा किसी से है तो वो जोकोविच ही हैं.

सबसे अधिक ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में वो तीसरे नंबर पर मौजूद हैं.

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जानिए विंबलडन खिताब जीतने के बाद क्यों घास खाते हैं जोकोविच ?





 

16 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता नोवाक जोकोविच ने अपने बचपन से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में बताया जिसमें विंबलडन खिताब जीतने का उनका सपना भी शामिल है.



नई दिल्ली: सर्बियाई सुपरस्टार नोवाक जोकोविच को उनके दमदार खेल के अलावा हसमुख रवैए के लिए भी जाना जाता है. चाहे कोर्ट के पास मौजूद बॉल बॉय से बातें करना हो या क्राउड की तरफ मजाकिया इशारा करना, जोकोविच हमेशा अपनी विनम्रता से सभी का दिल जीत लेते हैं लेकिन उनकी एक आदत फैन्स को हैरान करती है. जोकोविच जब भी विंबलडन खिताब जीतते हैं, सेंटर कोर्ट की घास चाव से खाते हैं.



वर्ल्ड नम्बर-1 जाकोविक ने अपने करियर में अब तक कुल 16 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से पांच बार उन्होंने इंग्लिैंड में होने वाले प्रतिष्ठित विंबलडन के खिताब को अपने नाम किया है. इस साल भी उन्होंने स्विट्जरलैंड के महान खिलाड़ी और 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता रोजर फेडरर को मात देकर विंबलडन का खिताब जीता और इसके बाद कोर्ट की घास खाई.



वर्ष 2011 में जाकोविक ने इस बेहद रोचक चीज की शुरुआत की थी. उस साल सर्बियाई खिलाड़ी ने पहली बार विंबलडन का खिताब अपने नाम किया था और जीत दर्ज करने के बाद कोर्ट की घास को खाकर सभी को चौका दिया. फैन्स समझ नहीं पाए की जोकोविच ने ऐसा क्यों किया. उस दिन के बाद से वो जब भी साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम का खिताब जीतते हैं तो कोर्ट पर मौजूद घास को जरूर खाते हैं.



हालांकि, जाकोविक ने इसका कारण किसी से छिपाया नहीं है. जोकोविच ने बताया,"पहली बात तो मुझे विंबलडन की घास का स्वाद बहुत अच्छा लगता है. इसका मतलब ये है कि मैं फाइनल में पहुंच गया हूं और जीत दर्ज करने में कामयाब हुआ हूं."



उन्होंने कहा,"मैं कहूंगा कि ये एक छोटा सी परंपरा की तरह है कि मैं इतनी बार इस प्रतियोगिता को जीतने में कामयाब रहा हूं. मैंने हमेशा विंबलडन जीतने का सपना देखा था. जब मैं सात या आठ साल का था तब विंबलडन की छोटी-छोटी ट्रॉफी बनाता था और आईने के सामने खुद को इस प्रतियोगिता के चैम्पियन के रूप में देखता था. वो मेरा सबसे बड़ा सपना था."



लेकिन उन्हें घास खाने का ख्याल कैसे आया? जोकोविच ने इस पर कहा,"जब मैं वैसी हरकतें कर रहा था तभी मुझे ख्याल आया कि मुझे वो घास खानी चाहिए. पता नहीं क्यों मैंने वैसा ही किया. जब मैंने पहली बार उसे चखा था तो वो मुझे अपनी जीवन की सबसे मीठी चीज लगी. मुझे उम्मीद है कि अपना करियर खत्म करने से पहले मैं दोबारा ऐसा कर पाऊंगा. हर साल विंबलडन का हिस्सा बनना बहुत विशेष है क्योंकि ये टूर्नामेंट बहुत अलग है."



जोकोविच अभी भी बेहद फिट हैं और जिस तरह की फार्म में चल रहे हैं उसे देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वो आगे अपने करियर में कई बार विंबलडन की घास का स्वाद चखेंगे. फेडरर और राफेल नडाल (19) फिलहाल, सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में पहले और दूसरे नंबर पर हैं और उनके इस रिकॉर्ड को सबसे बड़ा खतरा किसी से है तो वो जोकोविच ही हैं.



सबसे अधिक ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में वो तीसरे नंबर पर मौजूद हैं.


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