हैदराबाद : ऑस्ट्रेलिया के स्टार टेनिस खिलाड़ी निक किर्गियोस ने डिप्रेशन से अपनी लड़ाई पर बात करते हुए कहा कि वापस से इस साल अपने माता-पिता के साथ रहने के लिए वापस आना उनके मन के लिए अच्छा है.
किर्गियोस ने 2018 में एक मनोवैज्ञानिक को दिखना शुरू किया था जब उनके टेनिस करियर के बारे में पर्याप्त देखभाल नहीं करने के लिए आलोचना की गई थी.
निक ने कहा, मुझे नहीं लगता कि कोई भी मुझे एक इंसान के तौर पर जानना चाहता है. वे बस मुझे मेरे टेनिस करियर को लेकर जज करते है और फिर मेरा इस्तेमाल करते हैं. मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैं किसी पर भरोसा कर सकता हूं. यह एकांत और अंधेरी जगह थी."
25 साल के किर्गियोस ने अपने शंधाई में बिताए गए दिनों को याद करते हुए कहा कि ये एक ऐसा समय था जब मैं दिन की रौशनी बिल्कुल भी नहीं देखना चाहता था.
उन्होंने कहा, "बहुत सारे लोग मुझ पर दबाव डाल रहे थे, मैंने खुद पर भी बहुत दबाव डाला. मैंने खेल का लुप्त नहीं उठा पा रहा था और मैं नियंत्रण से बाहर हो रहा था."
उन्होंने आगे कहा, ऐसे लोग हैं जो टेनिस जीते हैं और ये ठीक है. मैं यह नहीं कह रहा कि यह गलत है या सही है. मैं अपने जीवन में ऐसे स्तर पर पहुंच गया हूं जहां मुझे वास्तव में परवाह नहीं है कि कोई भी मेरे बारे में क्या सोचता है.
किर्गियोस को अपने ऑन-कोर्ट बर्ताव के लिए कई बार जुर्माना भरना पड़ा है और पिछले साल ही एटीपी की ओर से उन्हें खराब व्यवहार के लिए 16 सप्ताह का निलंबित कर दिया गया था.
जब बाकी के टेनिस खिलाड़ी यूएस ओपन और फ्रेंच ओपन में भाग ले रहे थे तब किर्गियोस ने कैनबरा में ही रहने का निश्चय किया. अब वे जनवरी में होने वाले ऑस्ट्रेलियन ओपन में वापसी करने की उम्मीद कर रहे हैं.