मेलबर्न : अंकिता रैना को ऑस्ट्रेलियाई ओपन के महिला युगल के ड्रॉ में जगह मिली है. इस तरह से वह किसी ग्रैंडस्लैम के मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने वाली पांचवीं भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी बन गई है.
वर्ष का पहला ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट सोमवार से शुरू होगा. अंकिता महिला एकल के मुख्य डॉ में जगह नहीं बना पाई लेकिन उनके पास पहले दौर के मैच समाप्त होने से पहले तक 'लकी लूजर' के तौर पर क्वालीफाई करने का मौका रहेगा.
इस 28 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि रोमानिया की मिहेला बुजारनेकु के साथ जोड़ी बनाई है और उन्हें महिला युगल में सीधा प्रवेश मिला है.
निरुपमा मांकड़ (1971), निरुपमा वैद्यनाथन (1998), सानिया मिर्जा और भारतीय अमेरिकी शिखा ओबरॉय (2004) इससे पहले ग्रैडस्लैम के मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने वाली भारतीय महिला खिलाड़ी थी.
छह बार की ग्रैंडस्लैम चैंपियन सानिया के बाद अंकिता दूसरी भारतीय हैं जो ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के महिला युगल में भाग लेंगी. निरुपमा ने सबसे पहले 1998 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन में ही एकल के मुख्य ड्रॉ में जगह बनायी थी जबकि निरुपमा मांकड़ ने 1971 में आनंद अमृतराज के साथ विंबलडन के मिश्रित युगल में भाग लिया था. शिखा ने 2004 के यूएस ओपन के एकल में भाग लिया था और दूसरे दौर में जगह बनाई थी.
अंकिता ने कहा, "यह ग्रैंडस्लैम का मेरा पहला मुख्य ड्रॉ है इसलिए यह एकल है या युगल मैं इससे खुश हूं. कई वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद मैं यहां तक पहुंची हूं. केवल कड़ी मेहनत ही नहीं बल्कि लोगों के सहयोग और आशीर्वाद से भी मैं यहां पहुंच पायी हूं. मैं इसे नहीं भूल सकती."
अंकिता ने कहा कि पहले उन्होंने ड्रॉ में अपना नाम नहीं देखा तो उन्हें काफी निराशा हुई. उन्होंने कहा, "मुझे इस पर विश्वास नहीं हुआ. मुझे ड्रॉ में अपना नाम नहीं दिखा. अभ्यास के बाद मैंने ड्रॉ देखा और उत्सुकता में अपना नाम ढूंढा लेकिन मुझे अपना नाम नहीं दिखा. इसके बाद मेरे कोच ने मुझे बताया कि मुझे ड्रॉ में जगह मिली है."
अंकिता और बाएं हाथ से खेलने वाली मिहेला पहले दौर में वाइल्ड कार्ड से प्रवेश पानी वाली ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी ओलिविया गाडेस्की और बेलिंडा वूलकॉक से भिड़ेंगी.
अंकिता ने कहा, "एक मित्र ने मुझसे कहा कि मिहेला जोड़ीदार ढूंढ रही है. मैंने उससे बात की और वह तैयार हो गयी. मैं इससे पहले उसके साथ नहीं खेली हूं लेकिन मैं बाएं हाथ के खिलाड़ी के साथ खेली हूं. इससे यह अच्छा संयोजन बन गया है. मैं इसको लेकर उत्साहित हूं."
इस तरह से साल के पहले ग्रैंडस्लैम में चार भारतीय खेलेंगे. सुमित नागल पुरुष एकल में जबकि रोहन बोपन्ना और दिविज शरण युगल में अपनी चुनौती पेश करेंगे.
नागल पहले दौर में लिथवानिया के रिकॉर्ड्स बेरेनकिस से भिड़ेंगे. बोपन्ना ने जापान के बेन मैकलाचलान के साथ जोड़ी बनायी है और वे पहले दौर में जी सुंग नाम और मिन कियु सोंग कोरियाई जोड़ी का सामना करेंगे.
शरण और स्लोवाकिया के उनके जोड़ीदार इगोर जेलेनी पहले दौर में जर्मनी के यानिक हाफमैन और केविन क्रावित्ज से भिड़ेंगे.