नूर-सुल्तान : भारत के दो युवा खिलाड़ियों बॉक्सर अमित पंघाल और रेसलर दीपक पूनिया पहली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में खेलने उतरे और इतिहास रच दिया.
दोनों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने से कहीं ज्यादा अनुभवी प्रतिद्वंद्वियों को मात देकर फाइनल में जगह बनाई.
पंघाल वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बॉक्सर बने लेकिन वे चूक गए और सिल्वर से ही संतोष करना पड़ा. अमित के चूकने के बाद अब सारी उम्मीदें आज रेसलर दीपक पर आ टिकी हैं, जो चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले भारत के सबसे युवा पहलवान हैं.
2016 में वर्ल्ड कैडेट का खिताब जीतने वाले रेसलर दीपक पूनिया कुछ दिनों पहले ही जूनियर वर्ल्ड चैंपियन में गोल्ड जीत चुके हैं.आज उनके पास इस साल गोल्डन डबल करने का शानदार मौका होगा. दीपक ने 86 किग्रा कैटिगरी के सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही ओलिंपिक कोटा भी हासिल कर लिया. वे ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने वाले चौथे भारतीय रेसलर हैं.
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दीपक ने इसके बाद सेमीफाइनल में स्विट्जरलैंड के स्टेफान रेचमुथ को एकतरफा मुकाबले में 8-2 से शिकस्त देकर फाइनल में जगह बना ली.
अगर वे आज गोल्ड जीतने में सफल हो जाते हैं तो सुशील कुमार के बाद वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाले भारत के दूसरे रेसलर बन जाएंगे.
साथ ही वे गोल्ड जीतने वाले सबसे युवा भारतीय पहलवान भी बन जाएंगे. दीपक के साथ ही 61 किग्रा में आज राहुल अवारे भी ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में मैट पर उतरेंगे.