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World Athletics Championships: नीरज पर होगी नजर, श्रीशंकर भी रचना चाहेंगे इतिहास

चोपड़ा का इस सत्र में प्रदर्शन शानदार रहा है, इस स्टार एथलीट ने दो बार अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार किया है. उन्होंने 14 जून को फिनलैंड में पावो नुर्मी खेलों में 89.30 मीटर और 30 जून को प्रतिष्ठित स्टॉकहोम डायमंड लीग प्रतियोगिता में 89.94 मीटर दूर भाला फेंका, जिससे वह महज छह सेंटीमीटर से 90 मीटर की दूरी हासिल करने से चूक गए.

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World Athletics Championships
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Published : Jul 15, 2022, 2:35 PM IST

यूजीन (अमेरिका): विश्व चैम्पियनशिप में पूरे भारतवासियों की निगाहें टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के प्रदर्शन पर लगी होंगी. लंबी कूद के एथलीट मुरली शिवशंकर भी शुक्रवार यानी आज से शुरू होने वाली प्रतियोगिता में इतिहास रचने का प्रयास करेंगे.

चोपड़ा का इस सत्र में प्रदर्शन शानदार रहा है, इस स्टार एथलीट ने दो बार अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार किया है. उन्होंने 14 जून को फिनलैंड में पावो नुर्मी खेलों में 89.30 मीटर और 30 जून को प्रतिष्ठित स्टॉकहोम डायमंड लीग प्रतियोगिता में 89.94 मीटर दूर भाला फेंका, जिससे वह महज छह सेंटीमीटर से 90 मीटर की दूरी हासिल करने से चूक गए.

इस बीच ही उन्होंने गीली और फिसलन भरी परिस्थितियों में फिनलैंड में 86.69 मीटर के थ्रो से कुओर्ताने खेलों में स्वर्ण पदक जीता. वह जिस फॉर्म में चल रहे हैं, उसे देखते हुए टोक्यो ओलंपिक चैम्पियन के इतिहास रचने की उम्मीद है. वह विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाला देश का दूसरा भारतीय और पहला पुरुष एथलीट बनने का प्रयास करेंगे. चोपड़ा को स्वर्ण पदक के लिए सबसे ज्यादा चुनौती गत चैम्पियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स से मिलेगी. पीटर्स पहला स्थान हासिल करने के प्रबल दावेदार हैं क्योंकि इस सत्र में शीर्ष पांच थ्रो में से चार उनके नाम है. उनका इस सत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रयास 93.07 मीटर का रहा है.

यह भी पढ़ें: टोक्यो को मिली विश्व ट्रैक चैम्पियनशिप 2025 की मेजबानी

हालांकि चोपड़ा स्वर्ण पदक जीत सकते हैं क्योंकि वह इस सत्र में दो बार पीटर्स को (पावो नुर्मी खेलों और कुओर्ताने खेलों में) पछाड़ चुके हैं. पीटर्स चोट के कारण इस सत्र में थोड़े समय तक जूझते रहे जबकि चोपड़ा शानदार फॉर्म में हैं. उन्हें जो अन्य एथलीट चुनौती दे सकते हैं, उसमें ओलंपिक रजत पदक विजेता जाकुब वाडलेच (सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 90.88 मीटर), जर्मनी के जूलियन वेबर (89.54 मीटर), त्रिनिदाद एवं टोबैगो के 2012 ओलंपिक चैम्पियन केशोर्ण वॉलकॉट (89.07 मीटर) और फिनलैंड के ओलिवर हेलांडर (89.83 मीटर) शामिल हैं.

चोपड़ा के साथ रोहित यादव भी इसमें हिस्सा लेंगे जिनका सत्र का सर्वश्रेष्ठ 82.54 मीटर का रहा है. वह पिछले महीने राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप में दूसरे स्थान पर रहे थे. पुरूष भाला फेंक स्पर्धा के दो क्वालीफाइंग दौर 21 जुलाई को कराए जायेंगे जबकि फाइनल दो दिन बाद होगा. राष्ट्रीय रिकॉडधारी लंबी कूद के एथलीट मुरली श्रीशंकर ‘छुपेरूस्तम’ होंगे. वह अप्रैल में फेडरेशन कप के दौरान 8.36 मीटर के प्रयास से सत्र के शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं जिसमें ओलंपिक चैम्पियन यूनान के मिल्टीयाडिस टेंटोग्लू भी शामिल हैं जो यहां स्वर्ण पदक जीतने के दावेदार हैं. वह शनिवार को क्वालीफाइंग राउंड में हिस्सा लेंगे.

यह भी पढ़ें: श्रीलंका राजनीतिक उथल-पुथल के बावजूद एशिया कप की मेजबानी को लेकर आश्वस्त

तेईस साल के श्रीशंकर इस सत्र के निरंतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में शामिल रहे हैं, उन्होंने यूनान में 8.31 मीटर की ऊंची कूद लगाई थी और 8.23 मीटर की कूद से राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था. एक अन्य भारतीय जेस्विन एल्ड्रिन ने फेडरेशन कप के दौरान हवा की मदद से 8.37 मीटर की कूद लगाई थी, वह भी दौड़ में होंगे. पहले उन्हें उनकी गिरती फॉर्म के चलते भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया था लेकिन बाद में दो राउंड ट्रायल के बाद जगह दी गई. पुरूषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज में अविनाश साबले अगर पोडियम स्थान की दौड़ में बने रहने चाहते हैं तो उन्हें अपने 8:12.48 सेकेंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड में कई सेकेंड का सुधार करना होगा. वह शनिवार को हीट में हिस्सा लेंगे.

यूजीन (अमेरिका): विश्व चैम्पियनशिप में पूरे भारतवासियों की निगाहें टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के प्रदर्शन पर लगी होंगी. लंबी कूद के एथलीट मुरली शिवशंकर भी शुक्रवार यानी आज से शुरू होने वाली प्रतियोगिता में इतिहास रचने का प्रयास करेंगे.

चोपड़ा का इस सत्र में प्रदर्शन शानदार रहा है, इस स्टार एथलीट ने दो बार अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार किया है. उन्होंने 14 जून को फिनलैंड में पावो नुर्मी खेलों में 89.30 मीटर और 30 जून को प्रतिष्ठित स्टॉकहोम डायमंड लीग प्रतियोगिता में 89.94 मीटर दूर भाला फेंका, जिससे वह महज छह सेंटीमीटर से 90 मीटर की दूरी हासिल करने से चूक गए.

इस बीच ही उन्होंने गीली और फिसलन भरी परिस्थितियों में फिनलैंड में 86.69 मीटर के थ्रो से कुओर्ताने खेलों में स्वर्ण पदक जीता. वह जिस फॉर्म में चल रहे हैं, उसे देखते हुए टोक्यो ओलंपिक चैम्पियन के इतिहास रचने की उम्मीद है. वह विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाला देश का दूसरा भारतीय और पहला पुरुष एथलीट बनने का प्रयास करेंगे. चोपड़ा को स्वर्ण पदक के लिए सबसे ज्यादा चुनौती गत चैम्पियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स से मिलेगी. पीटर्स पहला स्थान हासिल करने के प्रबल दावेदार हैं क्योंकि इस सत्र में शीर्ष पांच थ्रो में से चार उनके नाम है. उनका इस सत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रयास 93.07 मीटर का रहा है.

यह भी पढ़ें: टोक्यो को मिली विश्व ट्रैक चैम्पियनशिप 2025 की मेजबानी

हालांकि चोपड़ा स्वर्ण पदक जीत सकते हैं क्योंकि वह इस सत्र में दो बार पीटर्स को (पावो नुर्मी खेलों और कुओर्ताने खेलों में) पछाड़ चुके हैं. पीटर्स चोट के कारण इस सत्र में थोड़े समय तक जूझते रहे जबकि चोपड़ा शानदार फॉर्म में हैं. उन्हें जो अन्य एथलीट चुनौती दे सकते हैं, उसमें ओलंपिक रजत पदक विजेता जाकुब वाडलेच (सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 90.88 मीटर), जर्मनी के जूलियन वेबर (89.54 मीटर), त्रिनिदाद एवं टोबैगो के 2012 ओलंपिक चैम्पियन केशोर्ण वॉलकॉट (89.07 मीटर) और फिनलैंड के ओलिवर हेलांडर (89.83 मीटर) शामिल हैं.

चोपड़ा के साथ रोहित यादव भी इसमें हिस्सा लेंगे जिनका सत्र का सर्वश्रेष्ठ 82.54 मीटर का रहा है. वह पिछले महीने राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप में दूसरे स्थान पर रहे थे. पुरूष भाला फेंक स्पर्धा के दो क्वालीफाइंग दौर 21 जुलाई को कराए जायेंगे जबकि फाइनल दो दिन बाद होगा. राष्ट्रीय रिकॉडधारी लंबी कूद के एथलीट मुरली श्रीशंकर ‘छुपेरूस्तम’ होंगे. वह अप्रैल में फेडरेशन कप के दौरान 8.36 मीटर के प्रयास से सत्र के शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं जिसमें ओलंपिक चैम्पियन यूनान के मिल्टीयाडिस टेंटोग्लू भी शामिल हैं जो यहां स्वर्ण पदक जीतने के दावेदार हैं. वह शनिवार को क्वालीफाइंग राउंड में हिस्सा लेंगे.

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तेईस साल के श्रीशंकर इस सत्र के निरंतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में शामिल रहे हैं, उन्होंने यूनान में 8.31 मीटर की ऊंची कूद लगाई थी और 8.23 मीटर की कूद से राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था. एक अन्य भारतीय जेस्विन एल्ड्रिन ने फेडरेशन कप के दौरान हवा की मदद से 8.37 मीटर की कूद लगाई थी, वह भी दौड़ में होंगे. पहले उन्हें उनकी गिरती फॉर्म के चलते भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया था लेकिन बाद में दो राउंड ट्रायल के बाद जगह दी गई. पुरूषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज में अविनाश साबले अगर पोडियम स्थान की दौड़ में बने रहने चाहते हैं तो उन्हें अपने 8:12.48 सेकेंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड में कई सेकेंड का सुधार करना होगा. वह शनिवार को हीट में हिस्सा लेंगे.

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