नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए कई पदक जीतने वाले निशानेबाज गगन नारंग की सिकंदराबद स्थित निशानेबाजी अकादमी 'गन फोर ग्लोरी' बुरी तरह बाढ़ की चपेट में आने के बाद एक महीने से कम समय के अंदर वापसी की राह पर है.
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पिछले महीन 14-15 तारीख को मूसलाधार बारिश के कारण सिकंदराबाद के त्रिमूलगेरी स्थित निशानेबाजी अकादमी में पानी घुसने के बाद शुरू में अनुमान लगाया गया था कि राइफल और पिस्तौल सहित 1.3 करोड़ रुपये के उपकरण खराब हो गए लेकिन सही समय पर मदद मिलने के बाद इस नुकसान को काफी कम कर दिया गया है.
बाढ़ के बाद बुरी स्थिति के बाद भी ओलंपिक पदक (2012 में कांस्य) विजेता इस निशानेबाज ने हार नहीं मानी और उन्होंने एक मीडिया एजेंसी से बातचीत में उम्मीद जतायी की चीजें जल्द ही पटरी पर होंगी.
उन्होंने कहा, "हमने वाल्थर और पारदिनी सेवा टीम को हैदराबाद बुलाया था. वे 10 दिनों के लिए तक यहां रहे और उन्होंने सभी हथियारों के खराब पुर्जे को बदल दिया और परीक्षण कर के बंदूकों को हमें सौप दिया."
उन्होने कहा, "मैं वाल्थर और पारदिनी की सेवा टीम से मदद मिलने का शुक्रगुजार हूं. नुकसान की बात करें तो हमें इलेक्ट्रोनिक और निशानेबाजी प्रशिक्षण डाटा में 15 से 20 लाख का नुकसान हो रहा है. हम उसकी भरपाई करने की कोशिश कर रहे है."
नारंग के मुताबिक गन फोर ग्लोरी की टीम में इस मामले में तेलंगाना सरकार से मदद मांगी है. उन्होंने कहा कि छात्रों की कम संख्या के कारण फिलहाल अकादमी को बंद करने का फैसला किया गया है.
उन्होंने कहा, "हमने छात्रों की बहुत कम संख्या को देखते हुए अकादमी को बंद करने का फैसला किया है क्योंकि वे फिलहाल स्कूल में व्यस्त हैं. हमने तेलंगाना सरकार के सहयोग से गाचीबोवली निशानेबाजी रेंज पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है."
उन्होंने कहा, "त्रिमूलगेरी में अगले साल छात्रों की परीक्षा खत्म होने के बाद निशानेबाजी शुरू होगी."