उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर जिले के फील्ड क्लब मैदान पर रविवार को तीसरी राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट चैंपियनशिप का समापन हुआ. प्रतियोगिता में जम्मू-कश्मीर ने दूसरी बार ये खिताब अपने नाम किया. पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि डीआईजी (सीआईडी) अजय सिंह राठौड़ ने विजेता टीम को ट्रॉफी और 5 लाख का चेक प्रदान किया. उपविजेता मुंबई टीम को 3 लाख का चेक प्रदान किया गया.
डीसीसीआई के सचिव रविकांत चौहान ने चैंपियनशिप का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. उन्होंने बताया कि इसमें देश की 24 टीम ने 67 मैच खेले. इसमें डीसीसीआई और राजस्थान रॉयल्स का भी पूरा सहयोग मिला. हम चाहते हैं कि दिव्यांग भी खेलों में शीर्ष मुकाम तक पहुंचे और अपने परिवार को बेहतर ढंग से चला सकें. संस्थान की ओर से अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल डीसीसीआई के संयुक्त सचिव अभय प्रताप सिंह राठौड़ ने बताया कि 'स्वयं' संस्थान की ओर से मैन ऑफ द मैच को 11000 रुपए दिए गए. उन्होंने अपनी ओर से मैन ऑफ द सीरीज को स्कूटी प्रदान की.
जम्मू ने दूसरी बार जीता खिताब : चैंपियनशिप के फाइनल में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित ओवर में जम्मू में 162 रन बनाए. मुंबई टीम ने 20 ओवर में 132 रन बनाए. जम्मू ने अनुशासनात्मक बॉलिंग, बैटिंग और फील्डिंग के चलते यह मुकाबला 35 रन से जीतकर दूसरी बार खिताब पर कब्जा किया. जम्मू के मैन ऑफ द मैच माजिद ने शानदार पारी खेलते हुए 21 बॉल में 37 रन बनाने और साथ ही 4 ओवर में 25 रन देकर 2 विकेट टीम की झोली में डाले. चैंपियनशिप के बेस्ट बॉलर मुंबई के रविंद्र संते, बेस्ट फील्डर मुंबई के आकाश पाटिल, बेस्ट बेस्टमैन मुंबई के रोहन, बेस्ट विकेट कीपर विदर्भ के लोकेश रहे. सेमीफाइनल क्वालीफाई करने वाले महाराष्ट्र और विदर्भ को भी 1-1 लाख रुपए का पुरस्कार दिया गया.