नई दिल्ली: पदक की दावेदार मनु भाकर को पिछले छह महीने से ट्रेनिंग दे रहे रौनक पंडित, ओलेग मिखाइलोव और समरेश जंग उन सात कोचों में शामिल हैं, जो भारतीय निशानेबाजी टीम के साथ आगामी टोक्यो ओलंपिक के लिए जाएंगे.
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने खेलों के दौरान अपने कोचों को रोटेट करने की योजना बनाई थी. लेकिन कोरोना वायरस से जुड़े हालात के कारण इसमें अड़चन आ रही हैं.
साल 2017 में नियुक्त किए गए मिखाइलोव दीपाली देशपांडे और सुमा शिरूर के साथ राइफल टीम के प्रभारी होंगे.
समरेश जंग और रोनक पंडित पिस्टल टीम को ट्रेनिंग दे रहे हैं, जिसमें सौरभ चौधरी, मनु भाकर, अभिषेक वर्मा, यशस्विनी सिंह देसवाल और राही सरनोबत जैसी निशानेबाज शामिल हैं.
पूर्व भारतीय निशानेबाज मनशेर सिंह भारतीय शॉटगन टीम के मुख्य कोच हैं और वे टोक्यो में स्कीट निशानेबाजों अंगद वीर सिंह बाजवा और मेइराज अहमद खान की मदद करेंगे.
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कोचों के साथ फिजियो जेइनिया समर भी जाएंगी.
अभी क्रोएशिया के जागरेब में ट्रेनिंग कर रहे राइफल और पिस्टल टीम के सदस्य तथा कोच इटली में ट्रेनिंग कर रहे स्कीट निशानेबाजों के साथ एम्सटर्डम में जुड़ेंगे और फिर वहां से 16 जुलाई को टोक्यो के लिए रवाना होंगे.
अपने समय के दिग्गज पिस्टल निशानेबाज और हाल के साल में युवा प्रतिभावान निशानेबाजों के सामने आने में अहम भूमिका निभाने वाले जसपाल राणा और लंबे समय से विदेशी पिस्टल कोच पावेल स्मिरनोव टोक्यो नहीं जाएंगे.
राणा पिछले कुछ समय से ओलंपिक के लिए जाने वाले निशानेबाजों को ट्रेनिंग नहीं दे रहे थे. साथ ही महसूस किया गया कि टोक्यो में टीम का काम विदेशी कोच स्मिरनोव की सेवाओं के बिना चल जाएगा.
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एनआरएआई सूत्र ने कहा, रोनक पिछले छह महीने से मनु को ट्रेनिंग दे रहे हैं, नई दिल्ली में विश्व कप से पहले से, इसलिए वह जा रहे हैं.
ओलंपिक का आयोजन जापान की राजधानी में 23 जुलाई से आठ अगस्त के बीच किया जाएगा. निशानेबाजी स्पर्धाओं की शुरुआत उद्घाटन समारोह के अगले दिन से होंगी 10 दिन तक चलेंगी. कोविड- 19 महामारी के कारण खेलों के दौरान स्टेडियम में दर्शकों को आने की स्वीकृति नहीं होगी.