नई दिल्ली: भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा बनाई गई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को खेल मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है. साई के सचिव रोहित भारद्वाज ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी.
भारद्वाज ने बताया कि एसओपी तत्काल प्रभाव से लागू होगी हालांकि साई के बेंगलुरू केंद्र और पटियाला में खिलाड़ी कब से बाहर ट्रेनिंग करना शुरू कर सकते हैं इस पर किसी तरह का स्पष्टीकरण नहीं है.
भारद्वाज ने साई द्वारा आयोजित की गई ऑनलाइन वीडियो कन्फ्रेंस में इस बात की जानकारी देते हुए कहा, "यह एसओपी तत्काल प्रभाव से लागू होगी. सरकार के गाइडलाइंस में जिन गतिविधियों को मंजूरी मिली है उन्हीं की शुरुआत की जाएगी."
यह भी साफ कर दिया गया है कि राज्य सरकार के नियमों की तुलना में एसओपी कम प्रभावी होगी. भारद्वाज ने कहा कि यह बड़े पैमाने की रिपोर्ट है और इसे संबंधित क्षेत्र की स्थिति को देखकर ही लागू किया जाए.
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उन्होंने कहा, "प्रोटोकॉल्स तुरंत प्रभाव से लागू होंगे. यह बड़े पैमाने की रिपोर्ट है. स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए इसे रुचि के अनुसार लागू किया जा सकता है. अगर राज्य सरकर इसका कुछ हिस्सा लागू नहीं करना चाहती है तो राज्य सरकार की गाइडलाइंस लागू होंगी."
साई के बेंगलुरू केंद्र में भारत की महिला एवं पुरुष टीमों के अलावा कई 10 ट्रैक एंड फील्ड एथलीट हैं. वही पटियाला स्थित राष्ट्रीय खेल संस्था (एनआईएस) में भी कई एथलीट शामिल हैं.
बेंगलुरू केंद्र में हाल ही में रसोइए की मौत के बाद से माहौल बिगड़ गया था क्योंकि निधन के बाद जब उसका कोविड-19 टेस्ट कराया गया तो वह पॉजिटीव पाया गया था.
यह हादसा तब हुआ जब खेल मंत्रालय और साई बेंगलुरु और पटियाला केंद्र में खिलाड़ियों की ट्रेनिंग दोबारा शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं और कर भी चुके हैं.
इससे पहले सचिव रोहित भारद्वाज की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय समिति ने 33 पन्ने का दस्तावेज बनाया था, जिसे खेल एवं स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा स्वीकृति के लिए भेजा गया था.
इस दस्तावेज में प्रस्तावों के अनुसार इस खतरनाक वायरस से बचने के लिए आरोग्य सेतु एप सभी खिलाड़ियों और स्टाफ के लिए डाउनलोड करना अनिवार्य होगा, ट्रेनिंग स्थलों पर कड़ाई से सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा, ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सा कर्मियों को पीपीई किट का इस्तेमाल करना हेागा, स्वच्छता संबंधित उपायों को बढ़ाना होगा और खिलाड़ियों के स्वास्थ्य पर कड़ी निगरानी रखना शामिल है.