नई दिल्ली : कोविड-19 महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के कारण 24 मार्च के बाद से ही देश भर के सारे स्विमिंग पूल बंद थे जिसने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की कोशिशों में जुटे तैराकों को संयुक्त अरब अमीरात में ट्रेनिंग करने के लिए बाध्य कर दिया.
गृह मंत्रालय ने ताजा आदेश में कहा, ''खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले स्विमिंग पूल को खोलने की अनुमति दी जाती है जिसके लिए खेल मंत्रालय द्वारा जारी मानक परिचालन प्रक्रिया जारी की जाएगी.
तैराकों की लगातार शिकायतों के बाद भारतीय खेल प्राधिकरण ने अगस्त में दुबई में ट्रेनिंग शिविर आयोजत किया था जिसमें वीरधवल खाड़े, श्रीहरि नटराज, साजन प्रकाश और कुशाग्र रावत को हिस्सा लेना था. खाड़े ने इससे हटने का फैसला किया था बल्कि उन्होंने हाल में कहा था कि वो अपनी सरकारी नौकरी पर ध्यान लगा रहे हैं.
तैराकों को दुबई की एक्वा नेशन स्विमिंग अकादमी में ट्रेनिंग करनी थी. उन्हें टोक्यो ओलंपिक से पहले दो महीने के लिए कोच ए सी जयराजन के साथ वहां जाना था जिसका खर्चा 35 लाख रूपये के करीब होता.