नई दिल्ली: केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय खेल महासंघों (NSF) को किसी भी तरह से फंड की कमी नहीं होगी. हाल ही में केंद्र सरकार ने बजट में एनएसफ के फंड में कटौती की है. रिजिजू ने संवाददाताओं से कहा, "अगर संघों के लिए फंड की कमी आई तो इन्हें बढ़ाया भी जा सकता है, इसलिए पुन: विचार का प्रावधान है. अगर उन्हें ज्यादा पैसे की जरूरत पड़ेगी तो उन्हें पैसा दिया जाएगा."
केंद्रीय बजट 2020-21 में सरकार ने अपने विशेष कार्यक्रम खेलो इंडिया के लिए 312.42 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. लेकिन एनएसएफ, नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट, भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और खिलाड़ियों को दिए जाने वाले पैसे में कमी की गई है.
NSF को इस साल 245 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं जो पिछले साल से 55 करोड़ कम हैं. खेल बजट के लिए केंद्र सरकार ने 2,826.92 करोड़ रुपये की रकम आवंटित की है जो पिछले साल से महज 50 करोड़ रुपये ज्यादा है.
लेकिन, रिजिजू ने कहा कि रिवाइज हुए बजट के बजाए बीते साल के असल आवंटन की तुलना करेंगे, तो यह ऐतिहासिक उछाल है.
रिजिजू ने कहा, "आप लोग अलग तरीके से देख रहे हैं. हमें जो पिछले बजट में मिला था, उससे हमें 50 फीसदी अधिक मिला है. आप जो 50 करोड़ कह रहे हैं तो आप रिवाइज्ड एस्टीमेट से इसकी तुलना कर रहे हैं. अगर आप पिछले बजट में असल आवंटन देखेंगे तो इस बार ऐतिहासिक वृद्धि है."
उन्होंने कहा, "आपको सही जगह से चीजों को देखना होगा तभी आपको पूरी पिक्चर नजर आएगी."
इसके अलावा रिजिजू ने कहा कि खेलो इंडिया यूनिवसिर्टी गेम्स (केआईयूजी) देश में यूनिवसिर्टी खेलों के स्तर में सुधार करने में बड़ा रोल निभाएंगे. यह टूर्नामेंट ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 22 फरवरी से एक मार्च के बीच होगा.
रिजिजू ने कहा, "पूरे विश्व में यूनिवसिर्टी खेल काफी मशहूर हैं और उनका स्तर भी काफी ऊंचा होता है. ओलम्पिक में जितने स्टार खिलाड़ी होते हैं वो अधिकतर यूनिवसिर्टी से निकले हुए होते हैं. इसलिए हमारे भारते में यूनिवर्सिटी खेलों का स्तर ऊंचा होना चाहिए."
उन्होंने कहा, "खेल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में हम निश्चित तौर पर कई बड़े खिलाड़ी देंखेंगे. इन खेलों से निकलने वाली प्रतिभाओं को पूरी सुविधाएं और समर्थन दिया जाएगा."
केआईयूजी में कुल 3343 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जिनमें 1738 पुरुष, 1605 महिलाएं शामिल हैं. कुल 17 खेल इस टूर्नामेंट में खेले जाएंगे.