हैदराबाद: एक्स (पुराना नाम ट्विटर) के मालिक एलन मस्क की एआई कंपनी xAI आखिरकार नेक्स्ट जनरेशन का एआई चैटबॉट लॉन्च किया है, जिसमें पहले से बेहतर क्षमताएं होंगी. एलन मस्क ने अपने इस एआई चैटबॉट के लिए दावा किया है कि, यह दुनिया का सबसे स्मार्ट एआई है, जिसे Grok 2 की तुलना में दस गुना अधिक कंप्यूटिंग पावर के साथ डेवलप किया गया है. इस चैटबॉट के लिए दावा किया जा रहा है कि यह काफी मुश्किल लॉजिक, रीज़निंग, डीप रिसर्च और क्रिएटिव वर्क कर सकता है.
ग्रोक एक फाउंडेशनल एआई मॉडल है, जिसे अन्य एआई चैटबॉट्स जैसे ChatGPT, Copilot, और Gemini को कड़ी टक्कर दे सकता है. अब तक ग्रोक इमेज का विश्लेषण करने, यूज़र्स के रिक्वेस्ट का जवाब देना और कई जनरेटिव एआई फीचर्स मुहैया करता है. इस चैटबॉट की खास बात है कि यह राजनीतिक समेत अन्य संवेदनशील टॉपिक्स पर भी बिना फिल्टर के मजेदार अंदाज में उत्तर देता है, जो कि अन्य चैटबॉट्स सिक्योरिटी रीज़न की वजह से नहीं करते.
Grok 3 की खास बातें
xAI के मुताबिक, कोलोसस नाम का एक सुपरकंप्यूटर की मदद से करीब 6 से 8 महीने तक Grok 3 को ट्रेनिंग दी गई थी. इस एआई चैटबॉट के बारे में जानकारी दी गई है कि इसे मेम्फिस, टेनेसी, यूएस में एक डेटा सेंटर में रखे गए 2,00,000 GPU (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) के क्लस्टर का यूज़ करके ट्रेनिंग दी गई है. बता दें कि पहले इस चैटबॉट को 2024 में रिलीज़ किया जाना था.
Grok 3 के लाइव लॉन्च के दौरान एलन मस्क ने बताया कि यह Grok 2 की तुलना में कहीं अधिक सक्षम है. उन्होंने इसे ज्यादातर सही जवाब देने वाला एआई बताया. इस नए चैटबॉट का एक छोटा वर्ज़न भी रिलीज़ किया गया है, जिसे Grok 3-mini कहा जाता है, जो ज्यादा जल्दी जवाब देने में सक्षम है.
— Elon Musk (@elonmusk) February 18, 2025
रीज़निंग: ग्रोक 3 को जनवरी 2025 में प्री-टेस्टेड किया गया था, जिसमें एआई मॉडल की मैथेमेटिकल्स स्किल्स, कोड जनरेशन और साइनटिफिक नोलेज को टेस्ट किया गया था. इस एआई चैटबॉट के एक अर्ली वर्ज़न का नाम 'Chocolate' (चॉकलेट) था. इसे चैटबॉट एरीना में एक ब्लाइंट टेस्ट के लिए सब्मिट किया गया था. यह एक ओपन प्लेटफॉर्म है, जहां क्राउडसोर्स्ड एआई बेंचमार्किंग की जाती है. यह एक ऐसा चैटबॉट था, जो अलग-अलग तरह की कई समस्याओं को सोचकर हल करने में सक्षम था. यह Open AI का O1 जैसा ही था. इसके अलावा xAI का दावा है कि ग्रोक 3 रीज़निंग नाम के बीटा वर्ज़न ने कई बेंचमार्क्स में o3-मिनी के सबसे अच्छे वर्ज़न को पीछे छोड़ दिया है.
डीपसर्च: xAI ने Grok App में डीपसर्च (DeepSearch) नाम का एक नया फीचर भी जोड़ा है. यह फीचर एक्स (ट्विटर) समेत इंटरनेट पर किसी भी चीज के बारे में गहराई से सर्च करके जानकारी मुहैया कराता है. डीप सर्च करने के प्रोसेस में प्राइमरी सर्च करना, डेटा कलेक्शन करना, बैकग्राउंड डिटेल्स, कॉन्टेक्स्ट समेत काफी कुछ शामिल है.
Grok 3 का सब्सक्रिप्शन चार्ज
एक्स के प्रीमियम प्लस यूज़र्स को Grok 3 का अर्ली एक्सेस मिलेगा. SuperGrok सब्सक्रिप्शन का एक नया पैकेज है, जो Grok App और वेबसाइट पर उपलब्ध होगा. इस सब्सक्रिप्शन की कीमत 30 डॉलर प्रति महीने और 300 डॉलर प्रति वर्ष होगी. SuperGrok सब्सक्रिप्शन में यूज़र्स को रीज़निंग, डीपसर्च क्वेरीज़ और अनलिमिटेज इमेज जनरेशन जैसे सभी फीचर्स मिलेंगे.
ये भी पढ़ें: