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NADA की लापरवाही, डोप टेस्ट में 1637 एथलीटों में से कुछ ही के नमूने जुटाए

नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नाडा की टीम देरी से पहुंची और तब तक कई एथलीटों के इवेंट खत्म हो चुके थे. इसलिए एकत्र किए गए नमूनों की संख्या चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने वाले 1,637 लड़कों और लड़कियों का एक मामूली प्रतिशत है.

रॉष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा)
रॉष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा)
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Published : Feb 10, 2021, 9:32 PM IST

नई दिल्ली: गुवाहाटी में सम्पन्न हुई पांच दिवसीय 36वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पहले तीन दिन रॉष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) की टीम ने किसी भी एथलीटों के नमूने नहीं लिए.

लेकिन बाद में नाडा की टीम ने 1,600 से अधिक एथलीटों में से केवल मुट्ठीभर एथलीटों के मूत्र के नमूने एकत्र किए. इनमें से भी केवल उन ही एथलीटों को टारगेट किया गया, जोकि राष्ट्रीय या मिट रिकॉर्ड को पूरा करते हैं.

एकत्र किए गए नमूनों की संख्या 1,637 लड़कों और लड़कियों की एक मामूली प्रतिशत है, जिन्होंने इस चैम्पियनशिप में प्रतिस्पर्धा की थी. लेकिन नाडा की टीम देरी से गुवाहाटी पहुंची और तब तक कई एथलीटों के इवेंट खत्म हो चुके थे और वे अपने शहर लौट चुके थे. ऐसे में एथलेटिक्स को डोपिंग से मुक्त रखने के नाडा के उद्देश्य को एक बड़ा झटका लगा है.

गुवाहाटी से एकत्र किए गए नमूनों को परीक्षण के लिए विदेश भेजा जाएगा, क्योंकि प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने को लेकर विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (एनडीटीएल) पर प्रतिबंध लगा रखा है.

रॉष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा)
रॉष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा)

ओलंपिक में जाने वाले एथलीटों को कोविड वैक्सीन लगेगी या नहीं, अभी तय नहीं

डोप परीक्षण प्रोटोकॉल से संबंधित एक अधिकारी ने कहा, "मंगलवार को गुवाहाटी पहुंचने पर नाडा की टीम ने आधा दर्जन से अधिक एथलीटों के मूत्र के नमूने एकत्र किए. टीम के आज (बुधवार) 12 से 15 मूत्र नमूने एकत्र करने की उम्मीद है. नाडा के डोप परीक्षण अधिकारी सोमवार को मूत्र के नमूने एकत्र करना चाहते थे, लेकिन डोप परीक्षण किट उपलब्ध नहीं थे."

गुवाहाटी से एक नेशनल कोच ने कहा, "नाडा की टीम का मुख्य लक्ष्य उन एथलीटों का परीक्षण करना है जो राष्ट्रीय स्तर के हैं न कि पदक जीतने वाले. यह धन की कमी के कारण हो सकता है. वाडा से मान्यता प्राप्त विदेशी लैब में मूत्र के नमूने भेजना महंगा है, क्योंकि वाडा ने प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर एनडीटीएल को निलंबित कर रखा है."

चैंपियनशिप की शुरुआत शनिवार को शुरू हुई थी, लेकिन केरल या पंजाब जैसे दूर स्थानों से एथलीट एक दिन पहले ही आयोजन स्थल पर पहुंच गए थे. लेकिन नाडा की टीम समय पर नहीं पहुंची और चैंपियनशिप के शुरुआती तीन दिनों तक कोई नमूने नहीं लिए गए.

उत्तराखंड की 16 साल की रेशमा पटेल ने चैंपियनशिप में तीन दिन पहले ही शनिवार को बालिका अंडर 18 वर्ग में 5000 एमटीआर रेस वॉकिंग में स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन मंगलवार को उन्हें रेंडम टेस्ट देने के लिए कहा गया.

नई दिल्ली: गुवाहाटी में सम्पन्न हुई पांच दिवसीय 36वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पहले तीन दिन रॉष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) की टीम ने किसी भी एथलीटों के नमूने नहीं लिए.

लेकिन बाद में नाडा की टीम ने 1,600 से अधिक एथलीटों में से केवल मुट्ठीभर एथलीटों के मूत्र के नमूने एकत्र किए. इनमें से भी केवल उन ही एथलीटों को टारगेट किया गया, जोकि राष्ट्रीय या मिट रिकॉर्ड को पूरा करते हैं.

एकत्र किए गए नमूनों की संख्या 1,637 लड़कों और लड़कियों की एक मामूली प्रतिशत है, जिन्होंने इस चैम्पियनशिप में प्रतिस्पर्धा की थी. लेकिन नाडा की टीम देरी से गुवाहाटी पहुंची और तब तक कई एथलीटों के इवेंट खत्म हो चुके थे और वे अपने शहर लौट चुके थे. ऐसे में एथलेटिक्स को डोपिंग से मुक्त रखने के नाडा के उद्देश्य को एक बड़ा झटका लगा है.

गुवाहाटी से एकत्र किए गए नमूनों को परीक्षण के लिए विदेश भेजा जाएगा, क्योंकि प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने को लेकर विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (एनडीटीएल) पर प्रतिबंध लगा रखा है.

रॉष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा)
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ओलंपिक में जाने वाले एथलीटों को कोविड वैक्सीन लगेगी या नहीं, अभी तय नहीं

डोप परीक्षण प्रोटोकॉल से संबंधित एक अधिकारी ने कहा, "मंगलवार को गुवाहाटी पहुंचने पर नाडा की टीम ने आधा दर्जन से अधिक एथलीटों के मूत्र के नमूने एकत्र किए. टीम के आज (बुधवार) 12 से 15 मूत्र नमूने एकत्र करने की उम्मीद है. नाडा के डोप परीक्षण अधिकारी सोमवार को मूत्र के नमूने एकत्र करना चाहते थे, लेकिन डोप परीक्षण किट उपलब्ध नहीं थे."

गुवाहाटी से एक नेशनल कोच ने कहा, "नाडा की टीम का मुख्य लक्ष्य उन एथलीटों का परीक्षण करना है जो राष्ट्रीय स्तर के हैं न कि पदक जीतने वाले. यह धन की कमी के कारण हो सकता है. वाडा से मान्यता प्राप्त विदेशी लैब में मूत्र के नमूने भेजना महंगा है, क्योंकि वाडा ने प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर एनडीटीएल को निलंबित कर रखा है."

चैंपियनशिप की शुरुआत शनिवार को शुरू हुई थी, लेकिन केरल या पंजाब जैसे दूर स्थानों से एथलीट एक दिन पहले ही आयोजन स्थल पर पहुंच गए थे. लेकिन नाडा की टीम समय पर नहीं पहुंची और चैंपियनशिप के शुरुआती तीन दिनों तक कोई नमूने नहीं लिए गए.

उत्तराखंड की 16 साल की रेशमा पटेल ने चैंपियनशिप में तीन दिन पहले ही शनिवार को बालिका अंडर 18 वर्ग में 5000 एमटीआर रेस वॉकिंग में स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन मंगलवार को उन्हें रेंडम टेस्ट देने के लिए कहा गया.

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