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बड़ी खबर: ओलंपिक से पहले मैरीकॉम ने की संन्यास की बात - तोक्यो ओलंपिक

मैरीकॉम ने कहा है कि ओलंपिक में मेरा मुख्य लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना है और उसके बाद उनकी योजना संन्यास लेने की है.

Mary kom
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Published : Jun 7, 2019, 10:38 AM IST

नई दिल्ली: छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरीकॉम ने कहा है कि उनकी योजना तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद संन्यास लेने की है.

भारतीय मुक्केबाजी में 18 साल के लंबे करियर के दौरान छत्तीस वर्षीय मैरीकॉम ने छह विश्व चैम्पियनशिप जीती हैं और एक ओलंपिक कांस्य पदक हासिल किया है. इसके अलावा पांच एशियाई चैम्पियनशिप भी अपने नाम कर चुकी हैं. वह राज्य सभा सदस्य भी हैं.

मैरीकॉम
मैरीकॉम

मुख्य लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना

मैरीकॉम ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, "2020 के बाद मैं संन्यास लेना चाहती हूं. इसलिए मेरा मुख्य लक्ष्य भारत के लिये स्वर्ण पदक जीतना है, मैं सचमुच स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं."

उन्होंने कहा, "मैं हमेशा अपने देश को पदक दिलाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ कोशिश करती हूं. मैं ओलंपिक क्वालीफायर और विश्व चैम्पियनशिप के लिये अपनी तैयारियां शुरू करूंगी. मैं इस बार स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं."

गौरतलब है कि अगले साल होने वाले ओलंपिक से पहले मुक्केबाजी जगत को काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ को तोक्यो ओलंपिक में स्पर्धओं की मेजबानी से रोक दिया है.

ये पढ़ें: FIH सीरीज फाइनल्स: भारत की शानदार शुरुआत, रूस को 10-0 से दी मात

आईओसी ने घोषणा की है कि वह अगले साल जनवरी और मई के बीच में ओलंपिक क्वालीफायर के लिए नया कैलेंडर तैयार करेगा और यह शायद वजन वर्गों पर भी दोबारा विचार कर सकता है. भारतीय मुक्केबाज दुविधा में फंसे हैं लेकिन मैरीकॉम को लगता है कि अगर क्वालीफायर अगले साल कराये जाते हैं तो यह उनके लिये फायदेमंद होगा.

उन्होंने कहा, "यह मेरे लिये अच्छा होगा क्योंकि मुझे तैयारी के लिये और समय मिल जायेगा.

उन्होंने ये भी कहा कि, "हम ओलंपिक ही नहीं सभी प्रतियोगिताओं के लिये नियमित रूप से ट्रेनिंग कर रहे हैं. विश्व चैम्पियनशिप में मुझे प्रतिद्वंद्वियों को जानने का मौका मिलेगा कि उनकी ताकत और कमजोरी क्या है. इसी के अनुसार मैं तैयारी कर सकती हूं. अगर क्वालीफायर बाद में किये जाते हैं तो मुझे तैयारी के लिये अतिरिक्त समय मिल जायेगा."

मैरीकॉम
मैरीकॉम

51 किग्रा में खेलेंगी मैरीकॉम

रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने में असफल होने के बाद मैरीकॉम ने दिसंबर 2016 में अपना वजन वर्ग 48 किग्रा कर लिया लेकिन मणिपुर की यह मुक्केबाज फिर से 51 किग्रा में भाग ले रही हैं.

मैरीकॉम ने इसके बारे में पूछने पर कहा, "51 किग्रा वर्ग मेरे लिए नया नहीं है. मैं इस वर्ग में 4-5 वर्षों से खेल रही हूं. यह लगातार नहीं हुआ क्योंकि मैं अपना वजन वर्ग बदलती रही हूं.

नई दिल्ली: छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरीकॉम ने कहा है कि उनकी योजना तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद संन्यास लेने की है.

भारतीय मुक्केबाजी में 18 साल के लंबे करियर के दौरान छत्तीस वर्षीय मैरीकॉम ने छह विश्व चैम्पियनशिप जीती हैं और एक ओलंपिक कांस्य पदक हासिल किया है. इसके अलावा पांच एशियाई चैम्पियनशिप भी अपने नाम कर चुकी हैं. वह राज्य सभा सदस्य भी हैं.

मैरीकॉम
मैरीकॉम

मुख्य लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना

मैरीकॉम ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, "2020 के बाद मैं संन्यास लेना चाहती हूं. इसलिए मेरा मुख्य लक्ष्य भारत के लिये स्वर्ण पदक जीतना है, मैं सचमुच स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं."

उन्होंने कहा, "मैं हमेशा अपने देश को पदक दिलाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ कोशिश करती हूं. मैं ओलंपिक क्वालीफायर और विश्व चैम्पियनशिप के लिये अपनी तैयारियां शुरू करूंगी. मैं इस बार स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं."

गौरतलब है कि अगले साल होने वाले ओलंपिक से पहले मुक्केबाजी जगत को काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ को तोक्यो ओलंपिक में स्पर्धओं की मेजबानी से रोक दिया है.

ये पढ़ें: FIH सीरीज फाइनल्स: भारत की शानदार शुरुआत, रूस को 10-0 से दी मात

आईओसी ने घोषणा की है कि वह अगले साल जनवरी और मई के बीच में ओलंपिक क्वालीफायर के लिए नया कैलेंडर तैयार करेगा और यह शायद वजन वर्गों पर भी दोबारा विचार कर सकता है. भारतीय मुक्केबाज दुविधा में फंसे हैं लेकिन मैरीकॉम को लगता है कि अगर क्वालीफायर अगले साल कराये जाते हैं तो यह उनके लिये फायदेमंद होगा.

उन्होंने कहा, "यह मेरे लिये अच्छा होगा क्योंकि मुझे तैयारी के लिये और समय मिल जायेगा.

उन्होंने ये भी कहा कि, "हम ओलंपिक ही नहीं सभी प्रतियोगिताओं के लिये नियमित रूप से ट्रेनिंग कर रहे हैं. विश्व चैम्पियनशिप में मुझे प्रतिद्वंद्वियों को जानने का मौका मिलेगा कि उनकी ताकत और कमजोरी क्या है. इसी के अनुसार मैं तैयारी कर सकती हूं. अगर क्वालीफायर बाद में किये जाते हैं तो मुझे तैयारी के लिये अतिरिक्त समय मिल जायेगा."

मैरीकॉम
मैरीकॉम

51 किग्रा में खेलेंगी मैरीकॉम

रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने में असफल होने के बाद मैरीकॉम ने दिसंबर 2016 में अपना वजन वर्ग 48 किग्रा कर लिया लेकिन मणिपुर की यह मुक्केबाज फिर से 51 किग्रा में भाग ले रही हैं.

मैरीकॉम ने इसके बारे में पूछने पर कहा, "51 किग्रा वर्ग मेरे लिए नया नहीं है. मैं इस वर्ग में 4-5 वर्षों से खेल रही हूं. यह लगातार नहीं हुआ क्योंकि मैं अपना वजन वर्ग बदलती रही हूं.

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नई दिल्ली: छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरीकॉम ने कहा है कि उनकी योजना तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद संन्यास लेने की है.



भारतीय मुक्केबाजी में 18 साल के लंबे करियर के दौरान छत्तीस वर्षीय मैरीकॉम ने छह विश्व चैम्पियनशिप जीती हैं और एक ओलंपिक कांस्य पदक हासिल किया है. इसके अलावा पांच एशियाई चैम्पियनशिप भी अपने नाम कर चुकी हैं. वह राज्य सभा सदस्य भी हैं.



मुख्य लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना



मैरीकॉम ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, "2020 के बाद मैं संन्यास लेना चाहती हूं. इसलिए मेरा मुख्य लक्ष्य भारत के लिये स्वर्ण पदक जीतना है, मैं सचमुच स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं."



उन्होंने कहा, "मैं हमेशा अपने देश को पदक दिलाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ कोशिश करती हूं. मैं ओलंपिक क्वालीफायर और विश्व चैम्पियनशिप के लिये अपनी तैयारियां शुरू करूंगी. मैं इस बार स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं."



गौरतलब है कि अगले साल होने वाले ओलंपिक से पहले मुक्केबाजी जगत को काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ को तोक्यो ओलंपिक में स्पर्धओं की मेजबानी से रोक दिया है.



आईओसी ने घोषणा की है कि वह अगले साल जनवरी और मई के बीच में ओलंपिक क्वालीफायर के लिए नया कैलेंडर तैयार करेगा और यह शायद वजन वर्गों पर भी दोबारा विचार कर सकता है. भारतीय मुक्केबाज दुविधा में फंसे हैं लेकिन मैरीकॉम को लगता है कि अगर क्वालीफायर अगले साल कराये जाते हैं तो यह उनके लिये फायदेमंद होगा.



उन्होंने कहा, "यह मेरे लिये अच्छा होगा क्योंकि मुझे तैयारी के लिये और समय मिल जायेगा.



उन्होंने ये भी कहा कि, "हम ओलंपिक ही नहीं सभी प्रतियोगिताओं के लिये नियमित रूप से ट्रेनिंग कर रहे हैं. विश्व चैम्पियनशिप में मुझे प्रतिद्वंद्वियों को जानने का मौका मिलेगा कि उनकी ताकत और कमजोरी क्या है. इसी के अनुसार मैं तैयारी कर सकती हूं. अगर क्वालीफायर बाद में किये जाते हैं तो मुझे तैयारी के लिये अतिरिक्त समय मिल जायेगा."



51 किग्रा में खेलेंगी मैरीकॉम



रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने में असफल होने के बाद मैरीकॉम ने दिसंबर 2016 में अपना वजन वर्ग 48 किग्रा कर लिया लेकिन मणिपुर की यह मुक्केबाज फिर से 51 किग्रा में भाग ले रही हैं।

मैरीकॉम ने इसके बारे में पूछने पर कहा, "51 किग्रा वर्ग मेरे लिए नया नहीं है. मैं इस वर्ग में 4-5 वर्षों से खेल रही हूं. यह लगातार नहीं हुआ क्योंकि मैं अपना वजन वर्ग बदलती रही हूं.


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