टोक्यो: ओलंपिक खेलों के लिए सैकड़ों पत्रकार टोक्यो पहुंचे. अपने 14 दिन के प्रवास के दौरान उन्हें कोविड- 19 से जुड़े कड़े प्रतिबंधों से जूझना होगा. इस कारण वे केवल अपने होटल और ओलंपिक स्थलों तक ही जा पाएंगे.
इसके अलावा उन्हें कई चीजों का पालन करना होगा, जिसमें प्रत्येक दिन परीक्षण और अपने फोन की अवस्थिति (लोकेशन) साझा करना शामिल है.
इस बार ओलंपिक का आयोजन दर्शकों के बिना किया जाएगा. मतलब पहले जैसा जोशो खरोश और उत्सव का माहौल नहीं होगा, जिससे पत्रकार खेलों से इतर की कम रिपोर्ट ही दे पाएंगे.
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महामारी के दौरान ओलंपिक आयोजन का भी विरोध हो रहा है. क्योंकि माना जा रहा है, ओलंपिक खेल संक्रमण फैलाने में मुख्य भूमिका निभा सकते हैं. टोक्यो में कोविड -19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.
रविवार को ही कोविड- 19 के 1,008 नए मामले सामने आये थे. यह लगातार पांचवां दिन था, जबकि एक दिन में 1000 से अधिक पॉजिटिव मामले आए.
टोक्यो और पड़ोसी प्रांतों में आपातकाल लागू है और ऐसे हालात में ओलंपिक खेल शुरू होंगे. मुख्य मीडिया केंद्र गुमसुम सा लगता है. जबकि ओलंपिक में अमूमन यह सबसे अधिक हलचल वाला स्थान होता है.
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रियो ओलंपिक खेलों को कवर करने वाली जापान की ओलंपिक रिपोर्टर नोजोमी कुनिताके ने कहा, यह दुखद है. क्योंकि रियो की तुलना में यहां बेहद खामोशी है.
विदेशी पत्रकार टोक्यो में इधर-उधर कहीं नहीं जा सकते हैं.
आस्ट्रेलिया के पत्रकार डेनियल सटन ने कहा, यह अब तक के सबसे अधिक प्रतिबंध वाले ओलंपिक खेल हैं. हम मुख्य मीडिया केंद्र में काम रहे हैं, लेकिन इसके अलावा हम कहीं और आ जा नहीं सकते.