जेनेवा: अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने इसी साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में महिला एवं पुरुष दो ध्वजावाहकों की मंजूरी दे दी है.
आईओसी ने कहा है कि 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच होने वाले ओलंपिक खेल इतिहास में पहले ऐसे खेल होंगे, जिनमें लिंग-समानता को तरजीह दी जाएगी. इन खेलों में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों में 48.8 प्रतिशत खिलाड़ी महिला होंगी.
आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाख ने कहा, "आईओसी के कार्यकारी बोर्ड ने फैसला लिया है कि इस साल ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली 206 टीमों और आईओसी रिफ्यूजी ओलंपिक टीम में से हर टीम में एक महिला और एक पुरुष ध्वाजावाहक होंगे."
उन्होंने कहा, "साथ ही हमने, राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा उद्घाटन समारोह में संयुक्त रूप से महिला एवं पुरुष ध्वाजावाहक को नामांकित किए जाने वाले नियमों में भी बदलाव कर दिए हैं."
बाख ने कहा, "हम चाहते हैं कि सभी राष्ट्रीय ओलंपिक समिति इस विकल्प का भरपूर उपयोग करें. इससे आईओसी पूरे विश्व में लिंग-समानता का मजबूत संदेश दे रही है."
हालांकि कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलंपिक के आयोजन पर भी खतरों के बादल मंडरा रहे है. इसपर आयोजन समिति के अध्यक्ष योशिरो मोरी ने बायन दिया कि वे ओलंपिक को रद्द करने का विचार नहीं कर रहे.
आईओसी के कार्यकारी बोर्ड ने मंगलवार को बैठक की थी और खेलों के आयोजन का आश्वासन दिया था.
आईओसी ने अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में लिखा था, "आईओसी के कार्यकारी बोर्ड ने बैठक की और 24 जुलाई से नौ अगस्त 2020 के बीच होने वाले खेलों के सफल आयोजन को लेकर प्रतिबद्धता जताई."
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या आयोजक ओलंपिक में बदलाव का फैसला कर सकते हैं. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मैं भगवान नहीं हूं इसलिए मुझे नहीं पता.'