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भारतीय टीम ने चीन में हुए वाटर स्पोर्ट्स रेसिंग में जीता कांस्य पदक, टीम का हिस्सा रही पूजा से खास बातचीत

उत्तराखंड की पूजा चौहान ने अतंरराष्ट्रीय ड्रैगन बोट कप 2019 में इतिहास रचा है. चीन के निंम्बो में आयोजित वाटर स्पोर्ट्स रेसिंग प्रतियोगिता में 500 मीटर की रेस में भारतीय ड्रैगन बोट टीम ने कांस्य पदक जीता. इस टीम का हिस्सा रही पूजा चौहान से ईटीवी भारत ने एक्सक्लूसिव बातचीत की.

pooja chauhan
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Published : Nov 8, 2019, 3:18 PM IST

रूड़की: रूड़की में दिल्ली रोड स्थित कर्नल एनक्लेव निवासी लेखपाल के पद से सेवानिवृत्त तेजपाल सिंह चौहान की बेटी पूजा चौहान ने चाइना निम्बो में 2 व 3 नम्बर को आयोजित प्रतियोगिता में 500 मीटर की रेस में कांस्य पदक जीतकर भारत की झोली में डाला है. देश के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि इसलिए भी है कि अभी तक देश के पास वाटर स्पोर्ट्स रेसिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई पदक नहीं था.

भारतीय एथलीट पूजा चौहान से खास बातचीत, देखिए वीडियो


16 लड़कियों ने लिया भाग



पूजा ने बताया कि पंजाब, हरियाणा व उत्तराखंड से 16 लड़कियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया, जिनमें 8 लड़कियों को रिजर्व (किसी भी दुर्घटना में खिलाड़ी की जगह लेने वाले) रखा गया और 8 लड़कियों ने दम-खम के साथ हिस्सा लेकर 7 अन्य पदक के साथ ही कांस्य पदक पर अपना कब्जा जमाया.


500 मीटर की प्रतियोगिता में चाइना ने गोल्ड जीता



पूजा चौहान के कोच फिलिप मैथ्यू ने बताया कि वह आर्मी से रिटायर्ड है ओर वो स्वयं भी 18 गोल्ड मैडल जीत चुके है. उन्होंने बताया कि 34 टीमों के साथ कड़ा मुकाबला करते हुए भारत सेमी फाइनल तक पहुंचा और यहाँ भारत का मुकाबला अमेरिका, रूस, स्पेन, होमकोम, चाइना, चाइना निम्बो के साथ हुआ. 500 मीटर की प्रतियोगिता में चाइना ने गोल्ड, चाइना निम्बो ने सिल्वर व भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. अपनी इस जीत पर भारत की बेटियां खुशी से झूम उठी और तिरंगे को हाथों में पकड़कर ग्राउंड का चक्कर लगाया.

पारंपरिक रुप से हुआ स्वागत



वहीं पूजा चौहान ने बताया कि चाइना द्वारा उनका अपने देश मे पहुंचने पर पारंपरिक रुप से स्वागत किया गया और प्रतियोगिता से एक दिन पहले पहुंची लड़कियों के चार्ज (रहना- खाना) को भी चाइना ने वापस कर दिया. पूजा चौहान ने कोच पैनल के सदस्यों बिजेंद्र सिंह, मंजीत सिंह, दिलीप चौहान व ठाकुर मंडेला का भी इस प्रतियोगिता में योगदान पर आभार जताया. विशेष रुप से उन्होंने रुड़की के शिवालिक क्लब ओर खान क्लब के कोच पीयूष शर्मा व फिरोज खान का भी धन्यवाद दिया.

'2028 तक भारत को खेलों में टॉप 10 में लाने की कोशिश'



उन्होंने कहा कि शिवालिक क्लब के कोच फिलिप मैथ्यू की कड़ी लग्न ओर उनकी मेहनत से ही आज उन्हें ये सफलता मिली है. उन्होंने सरकार से अपील की कि खेल जगत की ऐसी प्रतिभाओं को बेस्ट खिलाड़ी के सम्मान से नवाजा जाए, जिनकी बदौलत आज भारत को वाटर स्पोर्ट्स में कांस्य पदक मिला.

रूड़की: रूड़की में दिल्ली रोड स्थित कर्नल एनक्लेव निवासी लेखपाल के पद से सेवानिवृत्त तेजपाल सिंह चौहान की बेटी पूजा चौहान ने चाइना निम्बो में 2 व 3 नम्बर को आयोजित प्रतियोगिता में 500 मीटर की रेस में कांस्य पदक जीतकर भारत की झोली में डाला है. देश के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि इसलिए भी है कि अभी तक देश के पास वाटर स्पोर्ट्स रेसिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई पदक नहीं था.

भारतीय एथलीट पूजा चौहान से खास बातचीत, देखिए वीडियो


16 लड़कियों ने लिया भाग



पूजा ने बताया कि पंजाब, हरियाणा व उत्तराखंड से 16 लड़कियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया, जिनमें 8 लड़कियों को रिजर्व (किसी भी दुर्घटना में खिलाड़ी की जगह लेने वाले) रखा गया और 8 लड़कियों ने दम-खम के साथ हिस्सा लेकर 7 अन्य पदक के साथ ही कांस्य पदक पर अपना कब्जा जमाया.


500 मीटर की प्रतियोगिता में चाइना ने गोल्ड जीता



पूजा चौहान के कोच फिलिप मैथ्यू ने बताया कि वह आर्मी से रिटायर्ड है ओर वो स्वयं भी 18 गोल्ड मैडल जीत चुके है. उन्होंने बताया कि 34 टीमों के साथ कड़ा मुकाबला करते हुए भारत सेमी फाइनल तक पहुंचा और यहाँ भारत का मुकाबला अमेरिका, रूस, स्पेन, होमकोम, चाइना, चाइना निम्बो के साथ हुआ. 500 मीटर की प्रतियोगिता में चाइना ने गोल्ड, चाइना निम्बो ने सिल्वर व भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. अपनी इस जीत पर भारत की बेटियां खुशी से झूम उठी और तिरंगे को हाथों में पकड़कर ग्राउंड का चक्कर लगाया.

पारंपरिक रुप से हुआ स्वागत



वहीं पूजा चौहान ने बताया कि चाइना द्वारा उनका अपने देश मे पहुंचने पर पारंपरिक रुप से स्वागत किया गया और प्रतियोगिता से एक दिन पहले पहुंची लड़कियों के चार्ज (रहना- खाना) को भी चाइना ने वापस कर दिया. पूजा चौहान ने कोच पैनल के सदस्यों बिजेंद्र सिंह, मंजीत सिंह, दिलीप चौहान व ठाकुर मंडेला का भी इस प्रतियोगिता में योगदान पर आभार जताया. विशेष रुप से उन्होंने रुड़की के शिवालिक क्लब ओर खान क्लब के कोच पीयूष शर्मा व फिरोज खान का भी धन्यवाद दिया.

'2028 तक भारत को खेलों में टॉप 10 में लाने की कोशिश'



उन्होंने कहा कि शिवालिक क्लब के कोच फिलिप मैथ्यू की कड़ी लग्न ओर उनकी मेहनत से ही आज उन्हें ये सफलता मिली है. उन्होंने सरकार से अपील की कि खेल जगत की ऐसी प्रतिभाओं को बेस्ट खिलाड़ी के सम्मान से नवाजा जाए, जिनकी बदौलत आज भारत को वाटर स्पोर्ट्स में कांस्य पदक मिला.

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उत्तराखंड की पूजा चौहान ने अतंरराष्ट्रीय ड्रेगन बोट कप 2019 में इतिहास रचा है. चीन के निंम्बो में आयोजित वाटर स्पोर्ट्स रेसिंग प्रतियोगिता में 500 मीटर की रेस में भारतीय ड्रैगन बोट टीम ने कांस्य पदक जीता.  इस टीम का हिस्सा रही पूजा चौहान से ईटीवी भारत ने एक्सक्लूसिव बातचीत की.





रूड़की: रूड़की में दिल्ली रोड स्थित कर्नल एनक्लेव निवासी लेखपाल के पद से सेवानिवृत्त तेजपाल सिंह चौहान की बेटी पूजा चौहान ने चाइना निम्बो में 2 व 3 नम्बर को आयोजित प्रतियोगिता में 500 मीटर की रेस में कांस्य पदक जीतकर भारत की झोली में डाला है. देश के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि इसलिए भी है कि अभी तक देश के पास वाटर स्पोर्ट्स रेसिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई पदक नहीं था.





16 लड़कियों ने लिया भाग





पूजा ने बताया कि पंजाब, हरियाणा व उत्तराखंड से 16 लड़कियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया, जिनमें 8 लड़कियों को रिजर्व (किसी भी दुर्घटना में खिलाड़ी की जगह लेने वाले) रखा गया और 8 लड़कियों ने दम-खम के साथ हिस्सा लेकर 7 अन्य पदक के साथ ही कांस्य पदक पर अपना कब्जा जमाया.





500 मीटर की प्रतियोगिता में चाइना ने गोल्ड जीता





पूजा चौहान के कोच फिलिप मैथ्यू ने बताया कि वह आर्मी से रिटायर्ड है ओर वो स्वयं भी 18 गोल्ड मैडल जीत चुके है. उन्होंने बताया कि 34 टीमों के साथ कड़ा मुकाबला करते हुए भारत सेमी फाइनल तक पहुंचा और यहाँ भारत का मुकाबला अमेरिका, रूस, स्पेन, होमकोम, चाइना, चाइना निम्बो के साथ हुआ. 500 मीटर की प्रतियोगिता में चाइना ने गोल्ड, चाइना निम्बो ने सिल्वर व भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. अपनी इस जीत पर भारत की बेटियां खुशी से झूम उठी और तिरंगे को हाथों में पकड़कर ग्राउंड का चक्कर लगाया.



पारंपरिक रुप से हुआ स्वागत





वहीं पूजा चौहान ने बताया कि चाइना द्वारा उनका अपने देश मे पहुंचने पर पारंपरिक रुप से स्वागत किया गया और प्रतियोगिता से एक दिन पहले पहुंची लड़कियों के चार्ज (रहना- खाना) को भी चाइना ने वापस कर दिया. पूजा चौहान ने कोच पैनल के सदस्यों बिजेंद्र सिंह, मंजीत सिंह, दिलीप चौहान व ठाकुर मंडेला का भी इस प्रतियोगिता में योगदान पर आभार जताया. विशेष रुप से उन्होंने रुड़की के शिवालिक क्लब ओर खान क्लब के कोच पीयूष शर्मा व फिरोज खान का भी धन्यवाद दिया.





उन्होंने कहा कि शिवालिक क्लब के कोच फिलिप मैथ्यू की कड़ी लग्न ओर उनकी मेहनत से ही आज उन्हें ये सफलता मिली है. उन्होंने सरकार से अपील की कि खेल जगत की ऐसी प्रतिभाओं को बेस्ट खिलाड़ी के सम्मान से नवाजा जाए, जिनकी बदौलत आज भारत को वाटर स्पोर्ट्स में कांस्य पदक मिला.


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