नई दिल्ली: भारत की पुरुष और महिला हॉकी टीमों का राष्ट्रीय शिविर चार अगस्त से भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के बेंगलुरू स्थित केंद्र में शुरू होगा.
साई ने एक बयान जारी कर बताया कि कर्नाटक राज्य सरकार से बेंगलुरू में शिविर लगाने की मंजूरी मिल गई है.
बयान में कहा गया है, "खिलाड़ी, प्रशिक्षक और सपोर्ट स्टाफ, जो अभी ब्रेक पर थे, चार अगस्त को शिविर में हिस्सा लेंगे और केंद्र के अंदर ही 14 दिन के अनिवार्य क्वारंटीन में रहेंगे."
दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा खेल मंत्रालय को 56 राष्ट्रीय खेल महासंघों की मान्यता को रद करने के आदेश के बाद सभी महासंघों के राष्ट्रीय शिविर का जिम्मा साई के जिम्मे है.
साई ने कहा, "बेंगलुरू में बढ़ते कोविड-19 मामलों के चलते, राज्य सरकार ने मंजूरी इस शर्त पर दी है कि जो भी खिलाड़ी, प्रशिक्षक, सपोर्ट स्टाफ आएगा उसे केंद्रीय गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और कर्नाटक राज्य सरकार द्वारा 14 दिन के क्वारंटीन नियम का पालन करना होगा."
बयान में आगे कहा गया है, "शिविर को सभी प्रोटोकॉल्स, और साई द्वारा बनाई गई एसओपी को सख्ती से मानते हुए शुरू किया जाएगा. खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और सपोर्ट स्टाफ का भी बेंगलुरू पहुंचने के बाद टेस्ट किया जाएगा ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि शिविर में शामिल होने वाले लोगों में कोविड-19 के फैलने का खतरा कम हो."
भारतीय पुरुष हॉकी टीम अगले साल 10 और 11 अप्रैल को अर्जेटीना से खिलाफ घर से बाहर होने वाले मुकाबले से एफआईएच प्रो लीग में अपने अभियान की शुरुआत करेगी.
अर्जेटीना से खेलने के बाद भारतीय टीम आठ और नौ मई को ग्रेट ब्रिटेन से और 12 तथा 13 मई को स्पेन से भिड़ेगी. भारतीय टीम दोनों मुकाबले घर से बाहर खेलेगी. इसके बाद वो 18 और 19 मई को जर्मनी का दौरा करेगी और फिर स्वदेश लौट आएगी, जहां वो 29 और 30 मई को न्यूजीलैंड की मेजबानी करेगी.
भारत को 25 और 26 अप्रैल को बर्लिन में जर्मनी से भिड़ना था और फिर इसके बाद उसे दो और तीन मई को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ खेलना था.
भारतीय टीम इसके बाद 23 और 24 मई को न्यूजीलैंड की मेजबानी करती और फिर पांच और छह जून को अर्जेटीना से उसी के घर में भिड़ती.