नई दिल्ली : आईओए अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने मंगलवार को चुने हुए अधिकारी को बधाई पत्र भेजा. चुनावों में राजलक्ष्मी सिंह देव को आरएफआई का अध्यक्ष, एमवी श्रीराम को महासचिव, नाबाबुद्दीन अहमद को कोषाध्यक्ष चुना गया है. श्रीराम ने पिछले सप्ताह बत्रा को पत्र लिख फरवरी में हुए चुनावों को मान्यता देने का आग्रह किया था.
आरएफआई की विशेष आम बैठक हुई
खेल मंत्रालय ने दिसंबर-2019 में आरएफआई की मान्यता रद कर दी थी, क्योंकि उसके मुताबिक इसी महीने हुए आरएफआई के चुनावों में राष्ट्रीय खेल नियम-2011 का उल्लंघन हुआ था.
फरवरी में आरएफआई के महासचिव चुने गए श्रीराम ने बत्रा को पत्र लिखते हुए अपील की थी कि 25 जनवरी, 2020 को हैदराबाद में आरएफआई की विशेष आम बैठक हुई थी, जिसमें महासंघ के संविधान के उस हिस्से को सुधारने को कहा गया था जो राष्ट्रीय खेल कोड-2011 के मुताबिक नहीं है.
रिपोर्ट को साझा करने को कहा
उन्होंने लिखा था, "आरएफआई में प्रॉक्सी वोटिंग का प्रावधान हटा दिया गया था. संबंद्ध सदस्यों की तरफ से काउंसिलर के तौर पर आने वाले निर्वाचक मंडल के सदस्यों की संख्या तीन से घटाकर दो कर दी गई है. इसके बाद आपके मुताबिक दिए गए 90 दिन के समय में 22 फरवरी, 2020 को दोबारा चुनाव कराए गए."
पत्र में आगे लिखा था, "आपके निर्देशों को पूरी तरह से मानते हुए, जैसा ऊपर बताया गया है, आईओए से विनती की जाती है कि वो हमारे चुनावों को मान्यता प्रदान दे और हमारे नए अधिकारियों तथा कार्यकारी समिति को अधिसूचित करे. बत्रा ने इसके जबाव में गोविंदराज से पूछा है कि फरवरी में हुए चुनावों में आईओए पर्यवेक्षक कौन था और साथ ही उसकी रिपोर्ट भी साझा करने को कहा है. इसके अलावा चुनाव अधिकारी की रिपोर्ट को भी साझा करने को कहा है.