नई दिल्ली: भारत की 16 सदस्यीय जूडो टीम को किर्गिस्तान के बिशकेक में चल रहे एशिया-ओसियाना ओलंपिक क्वालीफायर से बाहर होने को बाध्य होना पड़ा जब टूर्नामेंट की शुरुआत से ठीक पहले एक खिलाड़ी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया.
ये जूडो खिलाड़ी किर्गिस्तान पहुंचने के बाद परीक्षण में पॉजिटिव पाया गया.
भारतीय जूडो महासंघ (JFI) के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, "हां, बिशकेक पहुंचने के बाद पांच अप्रैल को आधिकारिक वजन से ठीक पहले टीम का एक खिलाड़ी पॉजिटिव पाया गया और अंतरराष्ट्रीय जूडो महासंघ के दिशानिर्देशों के कारण पूरी टीम को बाहर होने को बाध्य होना पड़ा."
उन्होंने कहा, "टीम में 12 खिलाड़ी और चार कोच थे."
एशिया-ओसियाना चैंपियनशिप बिशेकेक में मंगलवार को शुरू हुई और शनिवार को खत्म होगी.
टीम में सुशीला देवी (महिला 48 किग्रा), जसलीन सिंह सैनी (पुरुष 66किग्रा), तुलिका मान (महिला 78 किग्रा) और अवतार सिंह (पुरुष 100 किग्रा) जैसे खिलाड़ी शामिल थे. ये चारों एक महाद्वीपीय कोटे की दौड़ में थे.
एक सूत्र ने कहा, "पूरा दल अब बिशकेक में 14 दिन पृथकवास में रहेगा."
सूत्र ने इस सभी समस्या के लिए JFI के कुप्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि महासंघ ने पूरे दल को एक साथ यात्रा करने और देश की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने की बात कही है.
उन्होंने कहा,"चार कोच सहित पूरी टीम एक साथ बिशकेश गई जिससे बचा जा सकता था. पूरी टीम ने एक साथ यात्रा की और वहां पहुंचने पर एक खिलाड़ी पॉजिटिव आया तो इससे अन्य खिलाड़ियों की उम्मीदें भी टूट गईं. इससे बचा जा सकता था."