टोक्यो: भारतीय महिला हॉकी टीम को टोक्यो ओलंपिक में लगातार दूसरी हार झेलनी पड़ी. उसे सोमवार को जर्मनी ने 2-0 से हरा दिया. रानी रामपाल की कप्तानी वाली टीम ने लगातार कोशिशें तो की, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई. इससे पहले उसे दुनिया की नंबर- 1 टीम नीदरलैंड से 1-5 की करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी.
जर्मनी ने शुरुआती क्वार्टर में ही बढ़त बना ली, जब 12वें मिनट में नाइक लॉरेंज (Nike Lorenz) ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागा. हालांकि शुरुआती छठे मिनट में भारतीय टीम ने कोशिश की और सर्किल के अंदर भी घुसने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली.
पहले क्वार्टर की समाप्ति तक जर्मनी के पास बढ़त बरकरार रही. दूसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमों ने लगातार कोशिशें की, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई. हाफ टाइम तक स्कोर जर्मनी के पक्ष में 1-0 रहा.
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बता दें, तीसरे क्वार्टर में जर्मनी ने एक बार फिर दबाव बनाया और दूसरा गोल कर स्कोर 2-0 कर दिया. एने स्क्रोडर ने मैच के 35वें मिनट में जर्मनी का दूसरा गोल किया. इससे पहले भारत को 32वें मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन उसे गोल में तब्दील नहीं कर सकी, जिसे जर्मन टीम ने बचाया.
रानी ने वीडियो रेफरल के लिए भी कहा, जिसके बाद गुरजीत कौर पेनल्टी स्ट्रोक पर भी गोल नहीं कर पाईं.
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चौथे और अंतिम क्वार्टर में जर्मनी ने आक्रामक खेल दिखाया. इसी बीच भारत को एक और झटका लगा जब मुकाबले के 51वें मिनट में शर्मिला को पीला कार्ड दिखा दिया गया. उन्हें पांच मिनट के लिए मैदान से बाहर होना पड़ा.
इससे पहले भारतीय महिला हॉकी टीम को नीदरलैंड के खिलाफ 1-5 से करारी हार झेलनी पड़ी थी. अब रानी रामपाल की कप्तानी वाली टीम का अगला मुकाबला ब्रिटेन से होगा.